देश भर में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने की वजह से मार्च से ही स्कूल-कॉलेज सहित सभी शैक्षणिक संस्थान बंद हो गए थे। इसी वजह से सभी हॉस्टल भी खाली हो गए थे। लेकिन अब धीरे-धीरे जैसे शैक्षणिक गतिविधियां आगे बढ़ाई जा रही हैं, उसी के आधार पर अब डीयू से एक ताजा अपडेट सामने आई है। इसके मुताबिक दिल्ली यूनिवर्सिटी ने अपने हॉस्टलों को निर्देश दिया है कि वह पीएचडी छात्रों को छात्रावास में लौटने की अनुमति दें। यूनिवर्सिटी ने अपने छात्रावासों को निर्देश दिया है कि वे चरणबद्ध तरीके से पीएचडी छात्रों को फिर से प्रवेश दें, लेकिन उन्हें 14 दिनों के लिए अपने कमरे में खुद को क्वारंटाइन करना होगा।
इस संबंध में यूनिवर्सिटी ने जारी निर्देश में कहा है कि पहले सीनियर पीएचडी छात्रों को वरीयता दी जाए। इसके बाद पीएचडी के अन्य छात्रों को कमरा मुहैया कराया जाए। यूनिवर्सिटी का कहना है कि जिन लोगों ने 19 मार्च को आधिकारिक नोटिफिकेशन के अनुसार अपने कमरे खाली कर दिए थे, उनसे हॉस्टल मेस की फीस न लें छात्रावासों को सलाह दी जाती है कि वे केवल रजिस्टर्ड बोना-फाइड पीएचडी छात्रों को चरणबद्ध तरीके से छात्रावासों में वापस आने की अनुमति दें। हालांकि इन स्टूडेंट्स को भी अपने संबंधित छात्रावास के कमरों में 14 दिनों के लिए खुद को क्वारंटाइन करना होगा। इसके बाद उनकी स्क्रीनिंग होगी। इसके बाद वह किसी भी गतिविधि में हिस्सा ले पाएंगे।