डा. भीमराव आंबेडकर विवि से संबद्ध लगभग 900 कालेजों में सत्र 2020-21 के लिए सात लाख से ज्यादा सीटें हैं, जिनकी अॉनलाइन प्रवेश प्रक्रिया 25 जुलाई से शुरू हो रही है। स्नातक, परास्नातक और आवासीय परिसरों के पाठ्यक्रमों के लिए विद्यार्थी 25 जुलाई से ही विवि की वेबसाइट पर पंजीकरण कराने के बाद कालेजों में आवेदन करेंगे। पंजीकरण और आवेदन संबंधी सभी जानकारी विवि की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है।
विवि द्वारा जारी निर्देश
– कालेजों को अपनी वेबसाइट पर विवरण पुस्तिका उपलब्ध करानी है। पुस्तिका में विवि और कालेज की वेबसाइट का उल्लेख करना अनिवार्य है।कालेज को एक कंप्यूटर अॉपरेटर को इस कार्य के लिए नियुक्त करना होगा, जिसकी जानकारी विवि को देनी होगी।
– सबसे पहले विद्यार्थी को पंजीकरण कराना होगा। उसके बाद पंजीकरण नंबर मिलेगा, जिससे लॉग इन करना होगा। लॉग इन करने के बाद स्क्रीन आएगा, जिसमें तीन लिंक होंगे।
– कालेजों में रजिस्ट्रेशन फॉर्म के साथ आने वाले अभ्यर्थियों का वेब रजिस्ट्रेशन नंबर कालेजों को भरना होगा।
– इस रजिस्ट्रेशन नंबर से अभ्यर्थी की जानकारी कालेज के पास आ जाएगी। कालेजों को विवि को रिपोर्ट करना होगा। कालेज जैसे ही विवि के रिपोर्ट करेंगे, प्रवेश फॉर्म जमा हो जाएगा और इसकी जानकारी मैसेज द्वारा अभ्यर्थी को मिल जाएगी।
– मैसेज से ही अभ्यर्थी को सूचना मिलेगी कि उसे कब कालेज में डाक्यूमेंट जमा करने हैं।
– कालेज अगर अपने यहां अभ्यर्थी का एडमिशन लेता है, तो एडमिशन कंफर्म होते ही अभ्यर्थी का नाम अन्य कालेजों की लिस्ट से हट जाएगा।
– सेल्फ फाइनेंस कालेजों और पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले अभ्यर्थियों के पास एक ओटीपी आएगा। ओटीपी आने के बाद ही प्रवेश लिया जाएगा।ओटीपी की अवधि पांच दिन की होगी।
किस कोर्स में कितनी सीटें
बीए- 295640
बीएससी- 224486
बीकॉम- 42414
अन्य स्नातक कोर्स- 28675
परास्नातक कोर्स- 49157
बीएड- 44420
एमएड- 1315
बीएससी एग्री.- 6220
एमएससी एग्री.- 708
एलएलबी- 5620
बीएएलएलबी- 2920
बीपीएड- 1400
एलएलएम- 60
कुल सीटें- 703035
मेरिट से होंगे प्रवेश
पिछले तीन सत्रों से विश्वविद्यालय प्रशासन आवासीय परिसर में संचालित पाठ्यक्रमों के साथ संबद्ध कॉलेजों के एमएससी के सभी विषयों, एमएड, बीपीएड, एलएलबी, एलएलएम, बीएससी कृषि आदि पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षा कराकर विद्यार्थियों का आवंटन करता था। विगत 31 जून को हुई परीक्षा समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया था कि कालेजों को मेरिट के आधार पर प्रवेश लेना होगा। विश्वविद्यालय प्रशासन निगरानी करेगा कि कहीं नियम विपरीत प्रवेश तो नहीं लिए जा रहे।