फिर एक बार राजनैतिक गलियारों में विधायकों की खरीद फरोख्त की हुई शुरुआत। इस बार बदल सकती है राजस्थान के गेहलोत की सरकार। कांग्रेस के कई विधायकों की भाजपा में शामिल होने की खबर। इस लॉक डाउन दौरान भी मध्य प्रदेश की तरह राजस्थान सरकार में बड़े फेर बदल हो सकते हैं और ये भी संभव है की सरकार ही बदल जाये।
राजनीती में विधायकों का पार्टी बदलना आम बात है। लेकिन बड़े दुःख की बात है की जनता बड़े विश्वास के साथ अपने महत्वपूर्ण वोट देकर अपने जनप्रतिनीधि को सत्ता में लाती है और वही जनप्रतिनिधि सत्ता मिलने के बाद अपनी सुविधा अनुसार राजनैतिक दल का चयन कर लेते हैं और फिर अपनी मनमर्जी अनुसार कार्य करते हैं फिर वह कार्य जनहित में हो या नहीं। उससे कुछ अंतर नहीं पड़ता।
आज की राजनीती देशहित और राष्ट्रहित के परे एक अलग ही दुनिया में चलती है। जहां नफरत के बीज बोये जाते हैं। धर्म के नाम लोगों को भड़काया जाता है। और अपनी राजनैतिक रोटियां सेकि जाती हैं। आज की राजनीती केवल ताक़त हासिल करने और स्वार्थ के लिए की जाती है।
आज यदि कोई छोटे स्तर का नेता भी होता है तो उसकी भी ताक़त इतनी होती है की प्रशासन उसके आगे बोना नज़रा आता है। आज देश को ज़रूरत है युवा और देशहित में रूचि रखने वाले नेताओं की।