शासन के निर्देश के बाद भी सरकारी कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम की व्यवस्था लागू नहीं हो पाई है। विकास भवन, कलक्ट्रेट, शिक्षा आदि विभागों के सभी कर्मचारियों ने शुक्रवार को अपने-अपने कार्यालय में मौजूद रहकर ही कार्य किया। सोमवार से इस संबंध में कोई कार्ययोजना बन सकती है।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच सरकारी कार्यालयों में कामकाज का तरीका एक बार फिर बदला गया है। मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने गुरुवार को गाइड लाइन जारी की है। इसके मुताबिक अब समूह ‘ग’ और ‘घ’ के 50 फीसद ही कर्मचारी कार्यालय आएंगे। बाकी रोस्टर के आधार पर वर्क फ्रॉम होम करेंगे। मगर, शुक्रवार को जिले के सभी विभागों में सभी कर्मचारी अपने कार्यालय में मौजूद थे। यहां पिछले दिनों की तरह से ही काम हुआ। फरियादी भी आए। इसके चलते कार्यालय में शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो सका। कुछ लोग तो मास्क तक नहीं लगाए हुए थे। ऐसा ही हाल कलेक्ट्रेट का था। यहां भी वर्क फ्रॉम होम की कार्ययोजना पर काम नहीं हो सका। सभी कर्मचारी कार्यालय में ही थे। इनमें भी बहुत से कर्मचारियों ने मास्क नहीं लगा रखा था। हालांकि आदेश के तहत सभी अधिकारियों को तो कार्यालय में ही मौजूद रहना है। बता दें कि विकास भवन, शिक्षा विभाग, आगरा विकास प्राधिकरण आदि विभागों में कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। इसके बाद भी वर्क फ्रॉम होम पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। कई विभागों में तो थर्मल स्क्रीनिंग या सेनेटाइजर तक की व्यवस्था नहीं हो पा रही।
जल्द ही वर्क फ्रॉम होम की कार्ययोजना तैयार की जाएगी। इसके बाद ही इसे लागू किया जाएगा।