आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू ने राज्य के मुख्यमंत्री पर दलित वर्ग को लेकर हमला किया। उन्होंने कहा कि सीएम ने दलित समुदाय को धोखा दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को मुख्यमंत्री वाइएस जगनमोहन रेड्डी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने चुनाव के समय दलित समुदाय से अनगिनत वादे किए थे, लेकिन सत्ता में आने के बाद उन्होंने किसी भी वादे को पूरा नहीं किया।
एक आधिकारिक बयान में नायडू ने कहा कि जगन रेड्डी ने अंबेडकर संविधान की पूरी तरह से अनदेखी की है, लेकिन गुट-संचालित और अराजक पुलिवेंदुला संविधान (Pulivendula Constitution) को लागू कर रहे हैं, जिससे पिछले एक साल में दलित समुदाय पीड़ित हुए हैं।
टीडीपी प्रमुख ने आज शाम पार्टी के अनुसूचित जाति के नेताओं के साथ एक ऑनलाइन सम्मेलन आयोजित किया। इस दौरान उन्होंने सूचीबद्ध किया कि कैसे सीएम दलितों के साथ विश्वासघात करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सीएम ने गरीब परिवारों की असाइनमेंट भूमि को जबरन छीन लिया जा रहा था। उन्होंने कहा कि थ्योरी हाउस ध्वस्त किए जा रहे हैं और उनके एससी सर्टिफिकेट रद्द किए जा रहे हैं। यहां तक कि अंबेडकर प्रतिमा परियोजना को भी नजरअंदाज कर दिया गया। नायडू ने कहा कि संविधान द्वारा प्रदान किए गए सुरक्षा उपायों के बावजूद दलितों ने अपनी समग्र सामाजिक सुरक्षा को खो दिया है।इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वाइसीपी सरकार ने 15,000 करोड़ रुपये आवंटित किए और 2019-’20 के दौरान एससी उप-योजना के तहत इसमें से केवल 6,322 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि पिछली टीडीपी सरकार ने 2018-’19 के दौरान 11,228 करोड़ रुपये खर्च किए।