अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर और कश्मीरियत का बेसुरा राग अलापने वाला पाकिस्तान अपनी करतूतों से अक्सर यह भी जता देता है कि गुलाम कश्मीर हकीकत में उसके लिए राजनीतिक एजेंडे से ज्यादा कुछ भी नहीं है। मदद के नाम पर वह अक्सर गुलाम कश्मीर और वहां के बाशिंदों को झांसा ही देता आया है। जब भी उन्हें मदद की ज्यादा जरूरत हुई है, पाकिस्तान ने अपना असली बदसूरत चेहरा दिखा दिया है।
हालिया वाकया गुलाम कश्मीर के अस्पतालों में इस्तेमाल की गई पीपीई किट और पान के धब्बे लगे मास्कों की आपूर्ति से जुड़ा है। गुस्साए गुलाम कश्मीर के मुख्यमंत्री ने आपत्ति जताते हुए कहा कि राज्य के अस्पतालों को पीपीई किट का ‘डंपिंग ग्राउंड’ बना दिया गया है। रावलपिंडी स्थित एक सैन्य अस्पताल से गुलाम कश्मीर के अस्पतालों को तीन लाख पीपीई किट भेजी गई थीं। इसी खेप में मास्क भी भेजे गए थे। मुजफ्फराबाद स्थित शेख खलीफा बिन जैद कंबाइंड मिलिट्री हॉस्पिटल में जब इन पीपीई किट को खोला गया तो डॉक्टर हैरान रह गए। इन पीपीई किट का पहले ही इस्तेमाल किया जा चुका था।