बैंगन का भरता, बैंगन के पकौड़े या भरवां बैंगन… सोचकर ही मुंह में पानी आ जाता है, है ना? लेकिन क्या आप जानते हैं कि यही स्वादिष्ट सब्जी कुछ लोगों के लिए किसी जहर से कम नहीं है (Who Should Not Eat Brinjal)? आयुर्वेद में बैंगन को कुछ बीमारियों के लिए ‘वादी’ यानी गैस बनाने वाला माना गया है। अगर आपको भी बैंगन बेहद पसंद है, तो एक बार यह आर्टिकल जरूर पढ़ें। हो सकता है, जिन समस्याओं से आप सालों से जूझ रहे हैं, उसका कारण आपका पसंदीदा बैंगन ही हो।
जोड़ों का दर्द (Arthritis)
अगर आपके जोड़ों में दर्द रहता है, तो बैंगन से दूर रहें। बैंगन में एक खास तरह का तत्व होता है जिसे ‘सोलानेन’ कहते हैं। यह शरीर में सूजन (Inflammation) को बढ़ाता है, जिससे जोड़ों का दर्द और भी बढ़ सकता है।
बवासीर (Piles)
पाइल्स के मरीजों को बैंगन बिल्कुल नहीं खाना चाहिए। बैंगन की तासीर गर्म होती है, जो पाइल्स की समस्या को बढ़ा सकती है। यह खुजली और जलन को भी बढ़ा सकता है, जिससे परेशानी और भी बढ़ जाती है।
पथरी (Kidney Stones)
अगर आपको पथरी की समस्या है, तो बैंगन को अपनी डाइट से हटा दें। बैंगन में ‘ऑक्सालेट’ नामक तत्व होता है। यह कैल्शियम के साथ मिलकर पथरी को बड़ा कर सकता है और आपकी समस्या को और भी गंभीर बना सकता है।
एलर्जी (Allergy)
बैंगन कुछ लोगों में एलर्जी का कारण बन सकता है। अगर आपको बैंगन खाने के बाद खुजली, चकत्ते या त्वचा पर लालिमा जैसी समस्या होती है, तो इसका मतलब है कि आपको बैंगन से एलर्जी है। ऐसे में इसे खाना तुरंत बंद कर देना चाहिए।
पाचन से जुड़ी दिक्कतें (Gastric Issues)
जिन लोगों को अक्सर पेट में गैस या एसिडिटी की समस्या रहती है, उन्हें बैंगन से परहेज करना चाहिए। बैंगन भारी होता है और इसे पचाना मुश्किल हो सकता है, जिससे पेट फूलना और गैस की समस्या बढ़ सकती है।