दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि इलाज के अभाव में किसी भी मरीज की जान नहीं जानी चाहिए। मानवता की सेवा ईश्वर की सेवा है। दिल्ली सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।
दिल्ली के अस्पतालों में 1300 से अधिक नई स्थायी नर्सों और एक चिकित्सा अधीक्षक की नियुक्ति के साथ दिल्ली के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत किया गया है।
बृहस्पतिवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री वसुंधरा एन्क्लेव स्थित धर्मशिला नारायण सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में आयोजित कैंसर सर्वाइवर्स मंथ पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंची थीं। यह अस्पताल आयुष्मान योजना के पैनल में शामिल हो गया है। जिन लोगों के आयुष्मान कार्ड बने हुए हैं, वह यहां अपना इलाज करवा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने अस्पताल में 3डी मैमोग्राफी यूनिट का उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जो होने पर पूरे परिवार में भावनात्मक उथल-पुथल मचा देती है। चिकित्सा विज्ञान में अधिक प्रगति हुई है। कैंसर का इलाज संभव हो सका है। दिल्ली सरकार निजी अस्पतालों को आमंत्रित करती है कि वो हमारे साथ जुड़े और पीपीपी माडल पर सभी दिल्लीवासियों को बेहतर चिकित्सा प्रदान करें।
उन्होंने कहा सभी सरकारी अस्पतालों में जन औषधि केंद्र खोल गए हैं। जहां 50-70 प्रतिशत कम दरों पर दवाएं मिल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली के 50 प्रतिशत मरीज निजी अस्पतालों पर निर्भर हैं। सरकार आयुष्मान भारत मिशन के तहत दिल्ली में 1139 आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्थापित कर रही है। प्रत्येक नागरिक को उसके घर के पास एक स्वास्थ्य सुविधा मिले, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं बिना किसी कठिनाई के मिल सके।
सरकार का संकल्प है कि दिल्ली में किसी भी मरीज की जान स्वास्थ्य सेवाओं की अनुपलब्धता के कारण न जाए। सरकार का उद्देश्य दिल्ली की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को इस स्तर तक उन्नत करना है कि न केवल भारतीय बल्कि दुनिया भर से लोग इलाज के लिए यहां आएं। इस मौके पर विधायक रविंद्र नेगी, रविकांत, पार्षद संजीव सिंह, रेणू चौधरी, प्रियंका गौतम मौजूद रही।