सिकंदरा सब्जी मंडी में काम करने वाले व्यक्ति को साथी ने अपने परिचित अधिवक्ता से मिलाया। अधिवक्ता ने खुद को इलाहाबाद हाईकोर्ट का वकील बताया और जजाें के साथ बैठक का हवाला देकर बेटे की सरकारी नौकरी का लालच दिया। बातों में फंसाकर 7.75 लाख रुपये की ठगी कर दी। दिया गया नियुक्ति पत्र नकली निकलने पर तकादा करने पर चार लाख रुपये का चेक दिया,जो बाउंस हो गया। अब तकादा करने पर आरोपित धमकी दे रहा है।
मुकदमा सब्जी मंडी सिकंदरा के पुष्पेंद्र सिंह ने दर्ज कराया है। पुलिस को बताया है कि उसके पिता अमर सिंह सब्जी मंडी में नौकरी करते हैं। मंडी में काम करने वाले सोनवीर बघेल ने पिता को बताया कि उसके परिचित टेढ़ी बगिया के देवेंद्र बघेल इलाहाबाद हाईकोर्ट में वकील हैं। उनकी जजों और मंत्रियों के साथ अच्छी बैठक है। वह बेटे की सरकारी नौकरी लगवा देंगे।
देवेंद्र से मिलने पर उसने चपरासी की नौकरी दिलाने के नाम पर 7.50 लाख मांगे। पिता अमर सिंह ने उधार लेकर उक्त रकम जमा करा दी। इसके बाद एक साल तक टहलाता रहा। फिर नियुक्ति पत्र जल्द आने का वादा कर खर्च के नाम पर 25 हजार और ले लिए। मार्च 2023 में संभागीय उपनिदेशक के नाम से नियुक्ति पत्र घर पर डाक से आया। आदेश पर तीन अप्रैल 2023 से 45 दिनों के अंदर जाइन होने के लिए लिखा था। देवेंद्र के साथ लखनऊ जाइनिंग के लिए गया तो उसने लखनऊ में इधर -उधर घुमा कर वापस लौटा दिया।
नियुक्ति पत्र फर्जी निकला
जाइनिंग में समय लगने की बाेली,इसके बाद क्षेत्रीय उपनिदेशक अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ विभाग का एक नियुक्ति पत्र और मिला। जानकारी करने पर नियुक्ति पत्र फर्जी निकला। पिता के बार-बार तकादा करने पर आरोपित ने चार लाख रुपये का चेक दिया। बैंक में जमा करने पर चेक बाउंस हो गया। आरोपित अब जान से मारने की धमकी दे रहा है।
इंस्पेक्टर सिकंदरा नीरज शर्मा ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जाचं की जा रही है। विधिक कार्रवाई की जाएगी।