2005 में बनाए गए थे एसोसिएट प्रोफेसर
प्रो. मजहर आसिफ ने कहा कि उनका उद्देश्य विश्वविद्यालय की गरिमा को बनाए रखते हुए, उसे बुलंदियों पर ले जाना रहेगा। प्रो. आसिफ ने गुवाहटी विश्वविद्यालय में 1996 में पर्शियन विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी। 2005 में वह एसोसिएट प्रोफेसर बनाए गए थे।
इन दोनों की कार्यकारी परिषदों के सदस्य के रूप में किया काम
आसिफ ने जेएनयू (JNU) और मौलाना अबुल कलाम आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय दोनों की कार्यकारी परिषदों के सदस्य के रूप में कार्य किया है। उन्होंने राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान और राष्ट्रीय उर्दू भाषा संवर्धन परिषद जैसी राष्ट्रीय शिक्षा पहलों में भी नेतृत्वकारी भूमिकाएं निभाई हैं।
जेएमआई में कुलपति का पद नवंबर 2023 के बाद से था खाली
प्रो. मजहर आसिफ ने जेएनयू से परास्नातक और पीएचडी की है। जेएमआई (Jamia Millia Islamia) में कुलपति का पद नवंबर 2023 के बाद से खाली पड़ा हुआ था। प्रो. नजमा अख्तर के कार्यकाल के पद खाली हुआ था।
प्रो. मोहम्मद शकील को कार्यवाहक कुलपति किया नियुक्त
इसके बाद प्रो. इकबाल हुसैन को कार्यवाहक कुलपति बनाया गया था, लेकिन हाई कोर्ट के आदेश के बाद उन्हें पद से हटना पड़ा। फिर प्रो. मोहम्मद शकील को कार्यवाहक कुलपति नियुक्त किया गया। तब से प्रो. शकील कार्यभार संभाल रहे थे।