भारतीय क्रिकेट टीम ने बांग्लादेश क्रिकेट टीम को तीसरे टी20 में 133 रन से हराया। इसके साथ ही टीम इंडिया ने 3 मैचों की सीरीज अपने नाम की। सीरीज के पहले मुकाबले को सूर्यकुमार की कप्तानी वाली टीम ने 7 विकेट से और दूसरे मैच को 86 रन से जीता था। सीरीज जीतने के बाद भारत के टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव ने सभी का दिल भी जीत लिया।
सूर्या ने रखी परंपरा बरकरार
भारतीय टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने सीरीज जीतने के बाद ट्रॉफी युवा खिलाड़ी मयंक यादव और नीतिश रेड्डी को थमाई। नीतिश रेड्डी और मंयक यादव ने इसी सीरीज में डेब्यू किया था। भारतीय टीम में यह परंपरा लंबे समय से चली आ रही है। ट्रॉफी जीतने के बाद टीम के नए प्लेयर को ट्रॉफी थमाई जाती है।
पूर्व कप्तानों ने शुरू की परंपरा
कानपुर टेस्ट में जीत के बाद रोहित शर्मा ने युवा आकाशदीप को ट्रॉफी थमाई थी। बता दें कि ये परंपरा पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली, महेंद्र सिंह धोनी के समय से चली आ रही है। पूर्व कप्तान विराट कोहली ने भी जारी रखा था। अब रोहित शर्मा और सूर्यकुमार यादव भी इसे बरकरार रखे हुए हैं।
सीरीज में नीतिश और मंयक का प्रदर्शन
- सीरीज में नीतिश रेड्डी के प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने 3 मैच की 3 पारियों में 45.00 की औसत और 180.00 की स्ट्राइक रेट से 90 रन बनाए।
- इसके अलावा उन्होंने 3 विकेट भी चटकाए। नीतिश रेड्डी ने ग्वालियर में खेले गए पहले टी20 में 15 गेंदों पर नाबाद 16 रन बनाए थे।
- दूसरे टी20 में उन्होंने 34 गेंदों पर 74 रन की तूफानी पारी खेली थी। इस दौरान उन्होंने 4 चौके और 7 छक्के लगाए।
- इस मैच में वह गेंद से भी छाए रहे थे। नीतिश रेड्डी ने 4 ओवर में 23 रन देकर 2 शिकार भी किए थे।
- तीसरे मुकाबले में रेड्डी का खाता तक नहीं खुला। हैदराबाद में वह गोल्डन डक का शिकार हुए।
- इसके अलावा उन्होंने 3 ओवर में 31 रन देकर 1 शिकार भी किया।
- मयंक यादव ने 3 मैच की 3 पारियों में 12 ओवर गेंदबाजी की।
- इस दौरान उन्होंने 20.75 की औसत से 4 विकेट भी चटकाए।