सिपाही को पीटने के मामले में डा. अनुज सरकारी पर केस दर्ज कराने के लिए अधिवक्ताओं ने बुधवार को कोर्ट में बीएनएस 175 (3) के तहत मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजीएम) के यहां प्रार्थना पत्र डाला है। अधिवक्ता ऋषिकेश पांडेय ने यह अर्जी डालने के साथ ही सिपाही पंकज कुमार के जमानत के लिए भी अर्जी डाली है।
सिविल कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भानू पांडेय ने बताया कि डाक्टर पर केस दर्ज करने के लिए कोर्ट ने कैंट थाने से इस केस की रिपोर्ट मांगी है। 18 अक्तूबर को सिपाही के जमानत पर भी सुनवाई होनी है। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता संघ सिपाही के साथ है। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि जब तक डाक्टर पर कार्रवाई नहीं हो जाती अधिवक्ता प्रयासरत रहेंगे।
जिला कारागार पहुंचे एमएलसी
एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में बुधवार को एक सिस्ट मंडल पूर्व अध्यक्ष राम सिंह, राधेश्याम सिंह, ओम नारायण पांडे, पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी, धर्मेंद्र त्रिपाठी सहित अन्य लोग मंडलीय कारागार गोरखपुर में बंद पुलिस कांस्टेबल पंकज कुमार से मिले।
वहां जाकर सिपाही से घटना क्रम के बारे में जाना। उन्होंने सिपाही और उसकी पत्नी द्वारा दी गई दोनों तहरीर पर डा. अनुज सरकारी पर केस दर्ज करने की मांग की।
आम जनमानस ने किया विरोध प्रदर्शन
जनहित युवा शक्ति के अध्यक्ष समाजसेवी निखिल कुमार गुप्ता के नेतृत्व में गोलघर स्थित गांधी प्रतिमा पर डा. अनुज सरकारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान गोरखपुर के वरिष्ठ जनों ने इस विरोध प्रदर्शन मुहिम से जुड़कर जिला प्रशासन को चेतवानी दिया कि यदि जल्द से जल्द निष्पक्ष कार्यवाही नही होती है तो हम लोग सड़क जाम करके इसका विरोध करेंगे।
इस दौरान राजन सिंह सूर्यवंशी कुलदीप पांडे नितिन श्रीवास्तव कृष्णा तिवारी विशाल सिंह आशुतोष पांडेय उपस्थित रहे। आजाद अधिकार सेना के अमिताभ ठाकुर ने भी अस्पताल कर्मियों डीजीपी को पत्र भेजकर केस दर्ज करने की मांग की है।
एसएसपी और डा. अनुज सरकारी के बैचमेट होने का भ्रामक सूचना प्रसारित करने पर सिपाही निलंबित
गोरखपुर के एसएसपी गौरव ग्राेवर को डा. अनुज सरकारी का बैचमेट बताकर भ्रामक सूचना प्रसारित करने के आरोप में महराजगंज जिले के एक सिपाही संतोष कुमार को पुलिस अधीक्षक सोमेन्द्र मीना ने निलंबित कर दिया है।
खबर है कि महराजगंज पीआरबी 112 में तैनात सिपाही संतोष कुमार कुछ वाट्सग्रुप पर गोरखपुर के एसएसपी और डा. अनुज सरकारी की फोटो लगाकर बैचमेट होना प्रसारित कर रहा है। इस भ्रामक सूचना को पुलिस अधीक्षक महराजगंज ने गंभीरता से लिया और सिपाही के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की है।