मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उद्यमिता को आर्थिक समृद्धि का सशक्त माध्यम बताते हुए आह्वान किया कि नौकरी और रुपये कमाने के लिए प्रयासरत युवा इस दिशा में भी कदम बढ़ाएं, सरकार उनकी हर प्रकार से सहायता करेगी। यहां 1,170 करोड़ की लागत से स्थापित पेप्सिको के बाटलिंग प्लांट का लोकार्पण करने के बाद सीएम ने कहा कि सरकार बहुत जल्द मुख्यमंत्री युवा उद्यमी नाम से योजना ला रही है, जिसमें युवाओं को उद्यमी बनने के लिए 10 लाख रुपये तक का ब्याजमुक्त ऋण दिया जाएगा।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा निवेश सुरक्षा के बेहतरीन माहौल से आता है। जब व्यक्ति ही सुरक्षित नहीं रहेगा तो पूंजी कैसे रहेगी। जीरो टालरेंस नीति के माध्यम से सुरक्षा का यही माहौल प्रदेश में बनाया गया तो उन लोगों और उनके आकाओं को परेशानी होने लगी जिनके लिए अपराध ही पेशा है।
49 एकड़ में फैला है प्लांट
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के किनारे 49 एकड़ में फैले प्लांट में कार्बोनेटेड साफ्ट ड्रिंक एवं दुग्ध उत्पाद तैयार होंगे। यूपी के बदले माहौल से बढ़े निवेश की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वयं युवाओं से अपील कर चुके हैं।
उद्यमिता में आगे बढ़ने की पर्याप्त संभावना होती है। दूसरों को रोजगार भी उपलब्ध कराया जा सकता है। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत पहले चरण में पांच लाख एवं दूसरे चरण में 10 लाख रुपये का ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार ने साढ़े छह लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी है। दो करोड़ युवाओं को निजी क्षेत्र में नौकरी एवं स्वरोजगार के जरिए आत्मनिर्भर बनाया है। 60 लाख युवाओं को रोजगार के साधन उपलब्ध कराए गए हैं। एक जिला एक उत्पाद की पूरे विश्व में धूम मची है। उसके जरिए भी बड़े पैमाने पर रोजगार मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश यूं ही निवेश का पसंदीदा गंतव्य नहीं बना। यहां ईज आफ डूइंग बिजनेस की सुविधा दी गई। सिंगल विंडो सिस्टम, सुरक्षा का बेहतर माहौल, अपराध के प्रति जीरो टालरेंस की नीति जैसे बदलाव यहां माहौल बदलने में कारगर हुए।
मुख्यमंत्री ने बताया कि कैसे जीरो टालरेंस की नीति कुछ लोगों को बुरी लगती है। बुरा लगना भी चाहिए क्योंकि वे ही उनके आका बनकर संरक्षण देते थे, लेकिन प्रदेश में अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध जीरो टालरेंस की नीति जारी रहेगी।
गीडा का उदाहरण देते हुए बताया कि 1992 में इसका शिलान्यास हुआ था लेकिन अराजकता के कारण 1998 तक उद्योग नहीं लग पा रहे थे। पिछले तीन से चार वर्षो में ही लगभग 12 हजार करोड़ का निवेश यहां हो चुका है। फरवरी 2023 में हुए ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए। इस समय 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश को धरातल पर उतारने की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही वह भी पूर्ण हो जाएगी।
युवाओं को घर में मिल रही नौकरी
पहले जो युवा नौकरी के लिए बाहर जाते थे, उन्हें अपने घर के पास नौकरी की सुविधा मिल रही है। प्लांट स्थापित करने वाले वरुण बेवरेजेज में ही 90 प्रतिशत कामगार उत्तर प्रदेश के हैं और 70 प्रतिशत से अधिक गोरखपुर के हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां बड़े पैमाने पर दूध की खपत होगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश में पर्याप्त दूध नहीं मिल पा रहा है इसलिए कंपनी प्रयागराज एवं अन्य शहरों से दूध मंगा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर में भी बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर की तरह महिला समूह के माध्यम से दुग्ध उत्पादक कंपनी बनाई गई है। जल्दी ही वह काम करना शुरू कर देगी और यहां भी दूध उपलब्ध होगा।