मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नौकरी के साथ उद्यमिता पर भी ध्यान देना होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी युवाओं से अपील की थी कि वे उद्यमिता की ओर रुख करें। यदि अधिक पैसा कमाना है तो उद्यमिता ही बेहतर माध्यम है। इसमें आगे बढ़ने की पर्याप्त संभावना होती है। दूसरों के लिए रोजगार भी उपलब्ध कराया जा सकता है। इसके लिए सरकार युवाओं की पूरी मदद करेगी।
मुख्यमंत्री रविवार को गीडा में स्थापित पेप्सिको के बाटलिंग प्लांट का लोकार्पण करने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस बाटलिंग प्लांट की स्थापना वरुण बेवरेजज की ओर से की गई है। लगभग 49 एकड़ क्षेत्रफल में स्थापित इस प्लांट पर 1170 करोड़ की लागत आयी है। इसमें कार्बोनेटेड साफ्ट ड्रिंक एवं दुग्ध उत्पाद तैयार होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए एक नई योजना लायी जा रही है। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी नाम की इस योजना में युवाओं को पहले चरण में पांच लाख एवं दूसरे चरण में 10 लाख रुपए का ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने साढ़े छह लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी है। दो करोड़ युवाओं को निजी क्षेत्र में नौकरी एवं स्वरोजगार के जरिए आत्मनिर्भर बनाया है। 60 लाख युवाओं को रोजगार के साधन उपलब्ध कराए गए हैं। एक जिला एक उत्पाद की पूरे विश्व में धूम मची है। उसके जरिए भी बड़े पैमाने पर रोजगार मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में जब सरकार बनी तो उन्होंने उद्योग विभाग से संबंधित अधिकारियों को निवेश के संबंध में रिपोर्ट देने को कहा था। दो महीने बाद जब अधिकारी रिपोर्ट लेकर आए तो उन्होंने कहा कि 20 हजार करोड़ का निवेश करा देंगे। उस समय मैंने कहा था कि प्रदेश की 23 करोड़ की आबादी के सामने यह निवेश कहां टिकेगा। उत्तर प्रदेश में सुरक्षा का बेहतर माहौल बनाया गया, इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम किया गया। जिसका परिणाम है कि देश-विदेश, हर जगह से उद्यमी यहां निवेश करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि फरवरी 2023 में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए। एक साल बाद प्रधानमंत्री ने 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश का शिलान्यास किया। इस समय 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश को धरातल पर उतारने की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही वह भी पूर्ण हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश यूं ही निवेश के लिए सभी का पसंदीदा डेस्टिनेशन नहीं बना है। इसके लिए काफी प्रयास किए गए हैं। ईज आफ डूइंग बिजनेस की सुविधा दी गई है। आनलाइन माध्यम से सिंगल विंडो सिस्टम के आधार पर निवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं।
कहा कि उद्यमियों को इधर से उधर दौड़ने की जरूरत नहीं है। सुरक्षा का बेहतर माहौल उपलब्ध कराया गया है। पर्याप्त लैंड बैंक तैयार किया गया है। जब प्रदेश में अपराध एवं अपराधियों पर जीरो टालरेंस की बात कही जाती है तो कुछ लोगों को बुरा लगता है। ऐसा लगना भी चाहिए क्योंकि वे ही उनके आका बनकर संरक्षण देते थे। लेकिन प्रदेश में अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध जीरो टालरेंस की नीति जारी रहेगी।
गीडा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि 1992 में इसका शिलान्यास हुआ था लेकिन 1998 तक उद्योग नहीं लग पा रहे थे। उसके बाद यहां प्रयास शुरू किए गए। पिछले तीन से चार वर्षो में ही लगभग 12 हजार करोड़ का निवेश यहां हो चुका है। पहले जो युवा नौकरी के लिए बाहर जाते थे, उन्हें अपने घर के पास नौकरी की सुविधा मिल रही है।
वरुण बेवरेजेज में ही 90 प्रतिशत कामगार उत्तर प्रदेश के हैं और 70 प्रतिशत से अधिक गोरखपुर के हैं। प्रदेश में औद्योगिक एक्सप्रेस वे का संजाल बनाया गया है। वरुण बेवरेजेज भी गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे के किनारे स्थापित हुआ है।
उन्होंने कहा कि यहां बड़े पैमाने पर दूध की खपत होगी। लेकिन पूर्वी उत्तर प्रदेश में पर्याप्त दूध नहीं मिल पा रहा है इसलिए कंपनी प्रयागराज एवं अन्य शहरों से दूध मंगा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर में भी महिला समूह के माध्यम से दुग्ध उत्पादक कंपनी बनाई गई है। जल्दी ही वह काम करना शुरू कर देगी और यहां भी दूध उपलब्ध होगा।
वरुण बेवरेजेज के अधिकारियों से उन्होंने अपील करते हुए कहा कि गोरखपुर एवं बस्ती मंडल के प्रगतिशील किसानों को प्लांट का भ्रमण कराया जाए, जिससे यहां बनने होने वाले उत्पादों को वह देख सकें और उसमें उसके माध्यम से अपनी आय भी बढ़ा सकें।
उन्होंने कहा कि यहां स्थापित हो रही कंपनियों को चाहिए कि वह निवेश के साथ-साथ युवाओं के कौशल विकास को लेकर भी कम करें। कौशल विकास पर काम किया जाएगा तो उन्हें कुशल कामगार यही मिल सकेंगे।