गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2024) हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भगवान गणेश के अवतरण का उत्सव मनाता है। इस दिन, भक्त गणेश जी की पूजा करते हैं और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। गणेश जी को विघ्नहर्ता के रूप में पूजा जाता है और माना जाता है कि उनकी पूजा से सभी बाधाएं दूर होती हैं। इस साल ये त्योहार 7 सितंबर (Ganesh Chaturthi Shubh Muhurat) से शुरू हो रहा है, जो अगले ग्यारह दिनों तक चलेगा।
गणेश चतुर्थी का उत्सव पूरे भारत में मनाया जाता है, लेकिन कुछ राज्यों में इसका उत्सव विशेष रूप से धूमधाम से होता है। इन राज्यों में, गणेश पंडालों का निर्माण किया जाता है, जो बेहद भव्य और आकर्षक होते हैं। इन पंडालों में भगवान गणेश की विशाल प्रतिमाएं स्थापित की जाती हैं और पूजा की जाती है। गणेश चतुर्थी की धूम देखने के लिए आपको एक बार इन पंडालों में दर्शन करने जरूर जाना चाहिए।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र राज्य में गणेश चतुर्थी का उत्सव सबसे ज्यादा धूमधाम से मनाया जाता है। यहां, गणेश पंडालों का निर्माण बड़ी भव्यता के साथ किया जाता है। कई पंडालों को कलात्मक प्रदर्शन के लिए तैयार किया जाता है। पंडालों में विभिन्न थीम पर आधारित सजावट की जाती है और भगवान गणेश की विशाल प्रतिमाएं स्थापित की जाती हैं। मुंबई में गणेश पंडालों का दर्शन करना एक अनूठा अनुभव होता है। लालबागचा राजा, जीजे विद्यापीठ, और दादर गणेश पंडाल यहां के सबसे प्रसिद्ध पंडालों में से हैं।
गोवा
गोवा में गणेश चतुर्थी का उत्सव एक सांस्कृतिक समारोह के रूप में मनाया जाता है। यहां, गणेश पंडालों का निर्माण पारंपरिक गोवाई शैली में किया जाता है। पंडालों में भगवान गणेश की प्रतिमाओं के साथ-साथ गोवा की संस्कृति और परंपराओं का प्रदर्शन भी किया जाता है। पणजी में गणेश पंडालों का दर्शन करने के लिए कई भक्त आते हैं। यहां के मशहूर पंडालों में गणेशपुरी और खंडोला सबसे शामिल हैं।
कर्नाटक
कर्नाटक में गणेश चतुर्थी का उत्सव बंगलुरु शहर में विशेष रूप से धूमधाम से मनाया जाता है। यहां, गणेश पंडालों का निर्माण बड़े पैमाने पर किया जाता है और इनमें विभिन्न थीम पर आधारित सजावट की जाती है। बंगलुरु में गणेश पंडालों का दर्शन करने के लिए कई भक्त आते हैं। बेसवानगुड़ी और हुबली के गणेश पंडालों की भव्यता इस समय देखते ही बनती है।
तमिलनाडु
तमिलनाडु में गणेश चतुर्थी का उत्सव मुख्य रूप से चेन्नई शहर में मनाया जाता है। यहां, गणेश पंडालों का निर्माण पारंपरिक तमिल शैली में किया जाता है। पंडालों में भगवान गणेश की प्रतिमाओं के साथ-साथ तमिल संस्कृति और परंपराओं का प्रदर्शन भी किया जाता है।
गुजरात
गुजरात में गणेश चतुर्थी का उत्सव अहमदाबाद शहर में विशेष रूप से धूमधाम से मनाया जाता है। महाराष्ट्र के बगल में होने की वजह से यहां एक अलग ही धूम देखने को मिलती है। यहां, गणेश पंडालों को अलग-अलग थीम के साथ सजाया जाता है। यहां के सबसे मशहूर पंडालों में शाहपुर का राजा, त्रिकोण बाग का राजा शामिल हैं। सूरत के गणेश पंडाल की भव्यता और भी अनोखी होती है। यहां चार धाम और बारह ज्योतिर्लिंगों को भी दिखाया जाता है।
हैदराबाद
हैदराबाद में भारत के सबसे बड़े पंडालों में शामिल खैरताबाद पंडाल है। इसके अलावा और भी कई जगहों पर गणेश पंडाल लगाए जाते हैं, जिनकी भव्यता को शब्दों में बताना आसान नहीं है। चैत्नयपुरी, नई नागोल और दुर्गम चेरुवू ऐसे ही कुछ नाम हैं, जहां गणेश चतुर्थी बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है।