सीएम डैशबोर्ड से हर माह सभी विभागों के कार्यों की समीक्षा कर रैंकिंग जारी की जाती है। जून माह में जनपद प्रदेश में 58 नंबर पर था।
मुख्य विकास अधिकारी अर्पित उपाध्याय के आने के बाद उन्होंने अधिकारियों से विभाग की ओर से संचालित योजनाओं की प्रगति को लेकर बैठक की और सभी काम में सुधार लाने के निर्देश दिए। जुलाई में जारी रैंकिंग में 36 अंकों का सुधार हुआ और जनपद 22 वें स्थान पर पहुंच गया।
लापरवाही के कारण 22 रैंक तक हासिल कर सके ये विभाग
विद्युत विभाग, ग्राम्य विकास, जल निगम, पशुपालन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण जिले की रैंक 22 नंबर तक ही पहुंच सकी। इन विभागों ने अपने काम में सुधार कर लिया होता तो जनपद की रैंक टॉप फाइव में पहुंच जाती।
इन विभागों को इतना रहा अंक
बिजली विभाग ने ग्रामीण बिजली आपूर्ति में 50, शहरी में 37 और बिल सुधार में 39, ग्राम्य विकास विभाग बीसी सखी में 49, समूह गठन में 57 व मुख्यमंत्री आवास में 50 वें नंबर पर रहा। इसी तरह स्वास्थ्य विभाग 108 संचालन में 40, उपकरण रखरखाव में 37 और सिटी स्कैन में शून्य अंक पर रहा।
जल जीवन मिशन में जल निगम का प्रदर्शन इस माह भी बहुत खराब रहा। लाख प्रयासों के बावजूद इस माह विभाग 53 वें स्थान पर रहा। सबसे खराब स्थित पशुपालन विभाग की रही। कृत्रिम गर्भाधान में विभाग 71, निराश्रित पशु सुपुर्दगी में 27 व अंडा उत्पादन में 28 वें स्थान पर रहा।
सीडीओ ने लापरवाह अधिकारियों को लगाई फटकार
बुधवार को सीडीओ ने सभी विभागों के अधिकारियों के साथ विकास भवन के सभागार में बैठक की और लापरवाह अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई। साथ ही काम में सुधार लाने के निर्देश दिए।
सीडीओ का कहना है कि सभी अधिकारियों को विभागीय योजनाओं का लाभ गरीबों को देने व उनकी शिकायतों को समय पर निस्तारित करने के निर्देश दिए गए हैं।