बिल्हौर इंटर कॉलेज में तीन छात्राओं के हिजाब में ही आने की बात पर अड़ने के मामले की जांच के आदेश डीएम ने एसडीएम को निर्देश दिए हैं। मामला एक सप्ताह पहले का है। बाद में तीनों छात्राओं के स्वजन ने गलती मानते हुए निर्धारित ड्रेस में ही कॉलेज भेजने की बात कही थी।
तीन अगस्त को इंटरमीडिएट की तीन छात्राएं हिजाब में पहुंची थीं। शिक्षिका ज्योति ने छात्राओं को निर्धारित ड्रेस में आने की बात कहकर हिजाब हटाने के लिए कहा, पर वे नहीं मानीं। प्रधानाचार्य सुरजीत सिंह यादव ने छात्राओं को समझाया, लेकिन तीनों ने कहा कि वे हिजाब पहन कर ही आएंगी, आप चाहे तो नाम काट दें। यह बात लिखकर भी दी थी।
इस पर उनके अभिभावकों को सूचना दी गई और निर्धारित ड्रेस में न आने वाले छात्र-छात्राओं को कॉलेज में प्रवेश करने से रोकने के निर्देश दिए गए। तीनों छात्राओं के अभिभावकों ने गलती स्वीकार कर ली थी।
डीएम राकेश कुमार सिंह ने एसडीएम रश्मि लांबा को दिए हैं। एसडीएम ने बताया कि तीन बिंदुओं की जांच करनी है कि क्या छात्राएं शुरू से कॉलेज में पढ़ रही हैं और अपनी मर्जी से हिजाब बांधकर आई थीं।
दूसरा, उन्हें ड्रेस के संबंध में जानकारी थी या नहीं। तीसरा, छात्राओं को किसी ने हिजाब बांधकर कॉलेज जाने के लिए उकसाया तो नहीं था।