आईपीएल 2025 से पहले होने वाली ऑक्शन की तैयारियों में बीसीसीआई जुट गया है। बीसीसीआई अधिकारियों और आईपीएल टीम मालिकों के बीच बुधवार को एक मीटिंग हुई, जिसमें सभी टीमों की कई मुद्दों पर बात सुनी गई।
अधिकारियों के साथ बैठक में मेगा नीलामी और इम्पैक्ट प्लेयर नियम जैसे मुद्दों पर राय बंटी हुई देखने को मिली। बता दें कि आगामी 18वीं सीजन के लिए मेगा नीलामी की योजना बनाई गई है, जिसके मद्देनजर बीसीसीआई ने अपने मुख्यालय पर बैठक बुलाई थी। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने बैठक के बाद इसकी पुष्टि की।
IPL Owners- BCCI Meet: मेगा ऑक्शन से पहले फ्रेंचाइजी मालिक और बीसीसीआई की खास मीटिंग
दरअसल, इस खास मीटिंग के बाद बीसीसीआई सचिव जय शाह ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि फ्रेंचाइजी मालिकों ने खिलाड़ियों के नियम और अन्य व्यावसायिक पहलुओं, जिसमें केंद्रीय मर्चेंडाइजिंग, लाइसेंसिंग और गेमिंग शामिल हैं, पर फीडबैक पेश किए। बीसीसीआई अब इन सिफारिशों को आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के पास रखेगा और मूल्यांकन के लिए ले जाएगा।
पांच से ज्यादा खिलाड़ियों को रिटेन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी
जय शाह ने आगे कहा कि टीमों को पांच से अधिक खिलाड़ियों को रिटेन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी और एक राइट टू मैच (आरटीएम) कार्ड का उपयोग किया जा सकेगा। आरटीएम कार्ड एक फ्रेंचाइजी को पिछले सीजन के खिलाड़ी की अंतिम बोली मिलाकर मैच करने का मौका देता है। बीसीसीआई सचिव ने बाद में मीडिया को पुष्टि की कि बोर्ड जल्द ही चर्चा किए गए सभी बिंदुओं पर फैसला लेगा।
बैठक में शामिल होने वाले टीम मालिकों या सह-मालिकों में शाह रुख खान (कोलकाता नाइट राइडर्स), काव्या मालन (सनराइजर्स हैदराबाद), नेस वाडिया (पंजाब किंग्स), संजीव गोयंका और उनके बेटे शश्वत (लखनऊ सुपर जायंट्स), केके ग्रैंड और पार्थ जिंदल (दिल्ली कैपिटल्स) शामिल थे।
राजस्थान रॉयल्स से मनोज बादले और रंजीत बर्थाकुर, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से प्रथामेश मिश्रा, चेन्नई सुपर किंग्स से कासी विश्वनाथन और रूपा गुरुनाथ, गुजरात टाइटन्स से अमित सोनी, जबकि मुंबई इंडियंस के मालिकों ने ऑनलाइन हिस्सा लिया।
शाहरुख और वाडिया के बीच हुई बहस
वाडिया और एसआरके के बीच मेगा नीलामी के मुद्दे पर गर्मागर्म बहस हुई। हालांकि, दिल्ली कैपिटल्स के निदेशक पार्थ जिंदल ने कहा कि बैठक से कोई वास्तविक परिणाम नहीं निकला, क्योंकि टीमों ने सभी मुद्दों पर अपने मत बनाए रखे। जिंदल ने कहा कि कोई वास्तविक परिणाम नहीं निकला। यह सिर्फ सभी मालिकों से अलग-अलग दृष्टिकोण सुनने के लिए था और बीसीसीआई ने हमारी बात सुनी है और अब वे हमें सभी नियम बताएंगे। उम्मीद है कि अगस्त के अंत तक हमें अगले सत्र के नियम पता चल जाएंगे।