‘आयोजक और सेवादारों से की जाएगी कड़ी पूछताछ’
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों में सेवादार प्रशासन को घुसने नहीं देते। सेवादारों ने हादसे की सूचना छिपाने की कोशिश की गई। पुलिस प्रशासन पहुंचा तो सेवादार भाग गए। राहत और बचाव कार्य के बाद कार्यक्रम आयोजक और सेवादारों से कड़ी पूछताछ की जाएगी। लापरवाही बर्दास्त नहीं होगी।
घटना की होगी न्यायिक जांच
इस तरह की घटना हादसा है या कोई साजिश। कौन जिम्मेदार हैं? घटना की जांच के लिए एसआइटी का गठन कर दिया है। इस तरह की घटना की पुनरावृति न हो ये सुनिश्चित किया जाएगा।
जिम्मेदारों की जवाबदेही के लिए होगी कार्रवाई
इस पूरी घटना के लिए जिम्मेदारों की जवाबदेही तय करने की कार्रवाई की जा रही है, जिसमें कुछ विशेष दल बनाए गए हैं। अलग-अलग जनपदों में कार्रवाई प्रारंभ होगी। न्यायिक जांच के लिए आज ही नोटिफिकेशन जारी हो जाएगा।
हाथरस घटना पर सीएम ने अखिलेश पर भी साधा निशाना
एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि दर्दनाक घटना हुई और कुछ लोग राजनीति कर चोरी और सीनाजोरी कर रहे हैं। भोले बाबा को नामजद न किए जाने के सवाल पर योगी ने कहा कि जांच होगी जो भी दोषी होगा कार्यवाही होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की ओर से मृतक और घायलों को आर्थिक मदद की घोषणा कर दी गई है। हादसे में पीड़ित परिवारों के बच्चों को सरकार पढ़ाएगी।
धार्मिक भाव से आने वाले लोग शरारती तत्वों का होते हैं शिकार
प्रशासन यह मानकर चलता है कि धार्मिक कार्यक्रम है। बड़े -बड़े आयोजन होते हैं। वहां पर फोर्स सावधानी पूर्वक तैनात करता है। अंदर उनके स्वयं सेवक ही पूरी व्यवस्था देखते हैं।
धार्मिक भाव से आने वाले लोग अनुशासित होते हैं। मगर, वही लोग शरारती तत्वों के हाथों का खिलौना बन जाते हैं तो वहां अनुशासनहीनता का नजारा देखने को मिलता है और इसका शिकार वह व्यक्ति होता है जो धार्मिक श्रद्धा के साथ आयोजन का हिस्सेदार बनता है। वह श्रद्धाभाव के साथ आता है।
मगर, साजिश करने वाले लोग चुपचाप खिसकने का प्रयास करते हैं। यदि हादसा था तो सेवादारों को वहां पर प्रशासन का सहयोग लेकर हादसे के शिकार लोगों को अस्पताल पहुंचाने में लगना चाहिए था।