गुरुवार रात दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती चार संक्रमित मरीजों को 17 दिन बाद छुट्टी दे दी गई। इनमें जूता कारोबारी, उनका बेटा, उनकी फैक्टरी के मैनेजर और उसकी पत्नी शामिल हैं। एनआईवी पुणे से इनकी कोरोना वायरस की निगेटिव रिपोर्ट मिलने के बाद उन्हें घर भेजा गया है। इसी परिवार के तीन अन्य संक्रमित छह दिन पहले ठीक होकर घर लौट चुके हैं।
इटली से लौटे दिल्ली के एक व्यापारी में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए जाने पर उन्हें सफदरजंग में भर्ती कराया गया था। उसके बाद उनके साथ इटली गए उनकी पत्नी के आगरा निवासी दो भाइयों और उनके परिवार के सदस्यों के सैंपल लिए गए थे। इनमें से छह लोगों को दो मार्च को सफदरजंग में भर्ती करा दिया गया था। इनमें से जूता कारोबारी की मां का सैंपल निगेटिव आया था। हालांकि उन्हें भी वहीं भर्ती कर लिया गया था। छह मार्च को जूता कारोबारी के मैनेजर और सात मार्च को उनकी पत्नी को भी सफदरजंग में भर्ती कराया गया। परिवार के तीन सदस्य 13 मार्च को घर लौट आए थे। गुरुवार को अन्य चारों संक्रमित मरीज घर लौट आए।
आगरा के सितारा होटल बनेंगे क्वारंटाइन सेंटर
कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण परिस्थितियां रोज बदल रही हैं। आने वाले कुछ दिन चुनौती भरे हैं। इनसे निपटने के लिए जिला प्रशासन तैयारियों में जुट गया है। आगरा के सितारा होटलों को क्वारंटाइन सेंटर बनाए जाने का निर्णय लिया गया है। पहले चरण में दो होटल चिन्हित कर लिए गए हैं। ये व्यवस्था आने वाले दिनों को ध्यान में रखकर की गई है।
अभी तक आगरा में कोरोना वायरस के 418 संदिग्ध लोगों के सैंपल लिए गए हैं। इनमें आठ संक्रमित पाए गए थे। सात ठीक होकर घर लौट भी आए हैं। एक महिला आगरा के जिला अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड में भर्ती है। प्रशासन का मानना है कि 31 मार्च तक लोगों की संख्या बढ़ सकती है। इसलिए व्यवस्थाएं दुरुस्त रखना जरूरी है। जिला प्रशासन ने युद्ध स्तर पर तैयारियां शुरू भी कर दी हैं। ताजनगरी में 11 पांच सितारा और लगभग दो दर्जन तीन सितारा होटल हैं। इनमें कुछ होटलों को क्वारंटाइन सेंटर बनाए जाने का निर्णय लिया गया है।