Advertisement
HomeUttar PradeshAgraडॉ संदीप मारवाह ने बढ़ाया देश का नाम हर साल मनाते है...

डॉ संदीप मारवाह ने बढ़ाया देश का नाम हर साल मनाते है 4ग्लोबल फेस्टिवल

नोएडा के मारवाह स्टूडियो में चल रहे 8वें ग्लोबल फेस्टिवल ऑफ़ जर्नलिज्म के दूसरे दिन की शुरुआत भारत के गौरवशाली परंपरा को दोहराते हुए गणेश वंदना के साथ की गई । इस कार्यक्रम के प्रारंभ में आईसीएमईआई के प्रेसिडेंट संदीप मारवाह जी का भव्य तरीके से स्वागत किया गया और उन्हें फिल्म जगत के विरासत के रूप में लोगों ने खूब सराहा।

ICMEI के प्रेसिडेंट एवम् मारवाह स्टूडियो के संस्थापक संदीप मारवाह ने कहा की मारवाह स्टूडियो भारत के सर्वश्रेष्ठ फिल्म संस्थानों में से एक है। यह फिल्म एवम् पत्रकारिता जगत के सर्वश्रेष्ठ तकनीकी प्रणाली के द्वारा बच्चों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के विकास में अपना योगदान निरंतर दे रहा है। यही कारण है कि मारवाह स्टूडियो में भारत से ही नहीं वरन संपूर्ण विश्व से बच्चे फिल्म एवं पत्रकारिता की बारीकियां सीखने के लिए आते हैं मारवाह स्टूडियो के लिए बड़े ही हर्ष का विषय है कि यहां पर 8 वां ग्लोबल फेस्टिवल ऑफ़ जर्नलिज्म मनाया जा रहा है जो विश्व का सबसे बड़ा जर्नलिज्म फेस्टिवल है। आज विश्व रेडियो दिवस है जो पत्रकारिता और संचार का सबसे पहला एवं प्रभावी माध्यम है।
इस अवसर पर पापुआ न्यू गिनी के हाई कमिशनर पॉलिस कोरनी, इंदिरा गाँधी टेक्नॉलिजिकल एंड मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी के वाइस-चांसलर मारकंडे राय, ट्यूनीशिया के एंबेसडर नेजमेडिन लाखल, इजिप्ट के राजदूत मोहम्मद शूकर नाडा, रंजन मुख़र्जी, नरेंद्र गुप्ता, मोटिवेटर परेश रुघानी और संदीप मारवाह ने छात्रों को सम्बोधित किया।

मोहम्मद शूकर नाडा ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा की जर्नलिज्म एक ऐसा पेशा है जहाँ आप समाज के साथ जुड़ सकते है और समाज आपके साथ, आप एक पत्रकार होने के साथ साथ समाज सुधारक की भी भूमिका निभाते है, बस आपको ज़रूरत होती है ईमानदारी और सच्चाई से अपनी बात कहने की। इंदिरा गाँधी टेक्नॉलिजिकल एंड मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी के वाइस-चांसलर मारकंडे राय ने कहा की आज हम रेडियो दिवस मना रहे है और रेडियो एक ऐसा माध्यम है जो कल्पनाओं को जन्म देता है। इसीलिए हम कई बार रेडियो जॉकी के प्रेमी हो जाते हैं, रेडियो बिना किसी समाचार पत्र के अपने आप में समाचार पत्र है और आज की युवा पीढ़ी जिस तरह पत्रकारिता से जुड़ रही है उससे पत्रकारिता का भविष्य उज्जवल नजर आता है। समारोह के अन्य कार्यक्रमों में वर्ल्ड रेडियो डे का पोस्टर लांच, न्यूज़ बुलेटिन, वर्कशॉप और कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। जिसमें छात्रों ने पूरे जोश के साथ भाग लिया।

24 कैरट गोल्ड की तरह पूरी होनी चाहिए जर्नलिस्ट की जर्नलिज्म- मुख़र्जी
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments