रात में पिता से बेटी की हो गई थी कहासुनी
आठ साल से चल रहे थे अवैध संबंध
पुत्री की हत्या करने वाले ब्रजवासी के अवैध संबंध आठ साल से चल रहे थे। संभवत इसकी जानकारी पत्नी को थी। वह किसी तरह बर्दाश्त करती रही, लेकिन जब पुत्री को पता लगा कि उसे सहन न हुआ। विरोध किया तो पिता ने उसकी ही जान ले ली। आरोपी ब्रजवासी एक इंटर कॉलेज में प्राइवेट नौकरी करता है। वह अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र है। उसकी शादी 17 साल पहले शकुंतला से हुई थी। सबसे पहली संतान नीलू हुई। इसके बाद दो पुत्र पैदा हुए। नीलू अभी कक्षा 11 में पढ़ रही थी।
सिर पर था इश्क सवार
शादी के बाद कई साल तक सबकुछ सामान्य चलता रहा लेकिन बाद में दांपत्य जीवन में अड़चनें खड़ी होने लगीं। बकौल शकुंतला ब्रजवासी के संबंध रिजोर थाना क्षेत्र की एक महिला से 2014 में हो गए। पुत्री नीलू को अब जाकर यह बात पता लगी थी। जिसका उसने 22 अगस्त की रात पुरजोर विरोध किया लेकिन ब्रजवासी के सिर पर इश्क सवार था और उसने पुत्री की बात भी नहीं मानी। जब नीलू ने ज्यादा विरोध किया तो उसका गला दबा दिया।
इनको भी किया नामजद
शकुंतला ने अपने पति के साथ ही इस हत्याकांड में ब्रजवासी की बहन मनोरमा निवासी गांव हैजायतपुर थाना मिरहची और गांव के विनोद कुमार को भी नामजद किया है। बताया कि नीलू से ब्रजवासी की कहासुनी के दौरान वहां मनोरमा भी मौजूद थे। जबकि विनोद ने शव को जलाने में ब्रजवासी की मदद की।