अमेरिका में खेली जा रही विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2022 में नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर कमाल दिखाया। नीरज ने भाला फेंक के फाइनल में सिल्वर मेडल जीता।
19 साल बाद यह पहला मौका है जब भारत को व्यक्तिगत स्पर्धा में पदक मिला है। नीरज का पहला थ्रो फाउल रहा। इसके बाद दूसरे थ्रो में 82.39 मीटर भाला फेंका, वहीं तीसरा थ्रो 86.37 मीटर का कहा। इस तरह गोल्ड की रेस में नीरज पिछड़ गए, क्योंकि प्रतिस्पर्धी पीटर्स ने दो बार 90 मीटर पार भाला फेंका। चौथे प्रयास में 88.13 मीटर थ्रो के बाद नीरज दूसरे स्थान पर पहुंच गए। नीरज के लिए चौथा थ्रो बहुत अहम रहा, क्योंकि वे चौथे नंबर से छलांग लगाकर दूसरे नंबर पर आ गए।पदक जीतने के बाद नीरज में मीडिया से बात की और कहा, मैं इस बात से दबाव महसूस नहीं करता था कि मैं एक ओलंपिक चैंपियन हूं। तीसरे थ्रो के बाद भी मुझे खुद पर विश्वास था। मैंने वापसी की और रजत पदक जीता, अच्छा लगा। अगली बार मेडल का रंग बदलने की कोशिश करूंगा।बकौल नीरज, ‘यहां स्थितियां अच्छी नहीं थीं और हवा की गति बहुत अधिक थी, फिर भी मुझे विश्वास था कि मैं अच्छा प्रदर्शन करूंगा। मैं परिणाम से संतुष्ट हूं, मुझे खुशी है कि मैं अपने देश के लिए पदक जीतने में सफल रहा। प्रतियोगिता कठिन थी, प्रतियोगी अच्छे औसत पर फेंक रहे थे, यह चुनौतीपूर्ण हो गया। मैंने आज बहुत कुछ सीखा। सोने की भूख बनी रहेगी। लेकिन मेरा मानना है कि हमें हर बार सोना नहीं मिल सकता। मैं वह करूंगा जो मैं कर सकता हूं, अपने प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित करूंगा।’
वहीं भारत के दूसरे थ्रोअर रोहित यादव ने पुरुषों के जेवलिन फाइनल में अपने तीसरे प्रयास में 78.72 मीटर का थ्रो हासिल किया। इसके साथ ही रोहित पदक की रेस से बाहर हो गए।
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में नीरज चोपड़ा
- पहला थ्रो- फाउल
- नीरज का दूसरा थ्रो- 82.39
- नीरज का तीसरा थ्रो- 86.37
- नीरज का चौथा थ्रो- 88.13
- नीरज का पांचवां थ्रो- फाउल
नीरज चोपड़ा ने ही टोक्यो ओलिंपिक में देश के लिए पहली बार व्यक्तिगत पदक जीता था। विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2022 के पहले राउंड में नीरज ने 88.39 मीटर का प्रभावशाली थ्रो करके फाइनल में स्थान बनाया था। नीरज चोपड़ा हरियाणा स्थित निवास पर सबसे ज्यादा हलचल रही। यहां फैन्स और परिजन जुटे हैं और प्रार्थना कर रहे हैं कि नीरज चोपड़ा देश के लिए स्वर्ण जीते और 39 साल का सूखा खत्म करे और नीरज ने ऐसा कर दिखाया।
नीरज से फिर देश की उम्मीद
Neeraj Chopra ने पिछले साल टोक्यो ओलिंपिक में 120 सालों का सूखा खत्म किया था और भारत के लिए ट्रैक एंड फील्ड में गोल्ड मेडल लाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने थे। बता दें, वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन पहली बार 1983 में किया गया था। इस टूर्नामेंट में अभी तक भारत के पास एक भी गोल्ड मेडल नहीं था। पुरुष खिलाड़ियों ने तो आज तक एक भी मेडल भी नहीं जीता था। नीरज ने आज पदक जीतकर इतिहास रच दिया।