सुशांत सिंह राजपूत ड्रग्स केस में उनकी गर्लफ्रेंड रहीं रिया चक्रवर्ती की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. रिया अभी भी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के रडार में हैं.
NCB ने ड्रग्स केस में चार्ज ड्राफ्ट किए हैं. जिसमें रिया और 34 अन्य आरोपियों पर हाई सोसायटी और बॉलीवुड के लोगों को ड्रग्स सप्लाई करने का चार्ज लगाया है.
रिया पर एनसीबी का आरोप है कि एक्ट्रेस ने सुशांत सिंह राजपूत के लिए ड्रग्स खरीदी और उसके लिए भुगतान किया. मामले में 35 आरोपियों के खिलाफ कुल 38 आरोप हैं. मालूम हो, सुशांत 14 जून 2020 को अपने घर में मृत पाए गए थे.
NCB ने अपने चार्ज ड्राफ्ट में दावा किया है कि रिया ने सैमुअल मिरांडा, शोविक चक्रवर्ती, दीपेश सावंत और दूसरे लोगों से कई बार गांजा लिया. गांजे की डिलीवरी लेने के बाद रिया ने इसे दिवंगत सुशांत सिंह राजपूत को सौंपा. रिया ने मार्च 2020 से सितंबर 2020 के दौरान गांजे की इन डिलीवरी की पेमेंट की. ड्राफ्ट के मुताबिक, रिया ने एनडीपीएस अधिनियम 1985 की धारा 8[c] के साथ 20[b][ii]A, 27A,28, 29 & 30 के तहत अपराध किया है.
मामले के सभी 35 आरोपियों के खिलाफ ड्राफ्ट के मुताबिक, ये सभी मार्च 2020 से दिसंबर 2020 के दौरान आपराधिक साजिश में शामिल हए.वे इस पीरियड में एक-दूसरे के साथ या ग्रुप्स में नशीले पदार्थों की खरीद, बिक्री, इंटर सिटी ट्रांसपोर्ट के अलावा बॉलीवुड समेत हाई सोसायटी के लोगों इसे डिस्ट्रीब्यूट करते थे. बिना लाइसेंस के मुंबई महानगर क्षेत्र में नशीले पदार्थों की तस्करी करते थे. इसके साथ गांजा, चरस, एलएसडी, कोकीन लेते थे, जो कि अपराध है. रिया के भाई शोविक के खिलाफ तय आरोप बताते हैं कि वो ड्रग पैडलर्स के साथ लगातार संपर्क में था. उसने गांजा, चरस/हशीश की डिलीवरी के लिए ऑर्डर देता था. शोविक ने अब्देल बासित, कैजान इब्राहिम, कर्मजीत सिंह आनंद और सूर्यादीप मल्होत्रा समेत दूसरे लोगों के गांजा की डिलीवरी लेकर उसे सुशांत को सौंपा.उन डिलीवरी के लिए कभी खुद पेमेंट की तो कभी रिया चक्रवर्ती के जरिए मार्च 2020 से सितंबर 2020 की अवधि के दौरान ड्रग पेडलर्स को भुगतान किया.
सुशांत के खास दोस्त सिद्धार्थ पिठानी की भी मुश्किल बढ़ी हैं. एनसीबी का आरोप है कि पिठानी आरोपी सैमुअल मिरांडा, शोविक, दीपेश सावंत, रिया और सुशांत के साथ ड्रग्स/गांजा की खरीद के लिए सीधे संपर्क में था. ये ड्रग्स/गांजा सुशांत और बाकियों के सेवन के लिए जनवरी 2020 से अगस्त 2020 के दौरान खरीदा गया था. पिठानी सुशांत के कोटक एप का इस्तेमाल करता था. वीड और गांजा समेत दूसरे ड्रग्स सुशांत के बैंक अकाफंट का इस्तेमाल कर खरीदे और इसे बैंक ट्रांजैक्शन में पूजा साम्रगी के तौर पर दिखाया. इस तरह सुशांत को ड्रग्स एडिक्शन की ओर धकेला. जिसे एनसीबी ने क्राइम माना है.