आगरा में थाना मलपुरा के नगला बुद्धा निवासी श्रीनिवास की तीन साल की बेटी मानवी की सोमवार को घर के बाहर खुले नाले में डूबने से मौत हो गई। पहले परिजनों का पता नहीं चला। बच्ची को घर में ढूंढते रहे। नहीं मिलने पर फिर नाले में बांस डाल कर देखा, तो बच्ची का हाथ दिखाई दिया। बच्ची को नाले से निकाला। अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। हादसे के बाद क्षेत्रीय लोगों ने सड़क पर जाम लगाने की कोशिश की, सूचना पर पहुंची पुलिस ने उन्हें शांत कराया। धनौली में नाले का निर्माण सात साल से अधूरा पड़ा है। इस नाले को बनवाने के लिए लोगों ने तीन महीने तक धरना प्रदर्शन किया था। इस दौरान प्रदर्शनकारी महिला रानी की जान चली गई थी, लेकिन नाला नहीं बना।
मानवी की बहन रवीना ने बताया कि उनके पिता मजदूरी करते हैं। छह बहनों में मानवी सबसे छोटी थी। सोमवार दोपहर करीब ढाई बजे घर के बाहर खेल रही थी। इसी दौरान वह नाले में गिर गई। पहले तो हमें पता ही नहीं चला। बहन को घर में खोजते रहे। जब नाले में बांस डालकर देखा, तो उसका हाथ चमका। हाथ पकड़ कर बहन को नाले से निकाला, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। नाला 15 फुट से अधिक गहरा है।