पंजाब का स्वर्ण मंदिर, जिसे सबसे साहसी सिख लोगों का मक्का कहा जा सकता है, जो प्यार, खुशी, करुणा और भाईचारे की भावना के साथ रहते आए हैं…
मुसलमानों के शासन के दौरान और यहां तक कि अंग्रेजों के शासन काल में भी सिखों ने मुगल और अंग्रेज सैनिकों को स्वर्ण मंदिर के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी, तथा गरिमा के साथ सिख संस्कृति की रक्षा की।
लेकिन 3% ब्राह्मणवादी कांग्रेसी लोग 1984 में अपने शासन के दौरान भाईचारे, समानता, साझा खान-पान और एकजुटता की प्रतीक सिख संस्कृति को बर्दाश्त नहीं कर सके।
अंततः 6 जून, 1984 को भारतीय सेना ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के आदेश पर ‘ब्लू स्टार ऑपरेशन’ के नाम पर 1,200 से अधिक निर्दोष सिख अनुयायियों का नरसंहार किया था।दिनांक 6 जून, 2022 को बहुजन द्रविड पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट जीवन कुमार मल्ला जी ने पंजाब के स्वर्ण मंदिर पहुंच कर सिखों की सांस्कृतिक सुरक्षा की इस लड़ाई में बलिदान देने वाले वीरों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
दिनांक 6 जून, 2022 को बहुजन द्रविड पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट जीवन कुमार मल्ला जी ने पंजाब के स्वर्ण मंदिर पहुंच कर सिखों की सांस्कृतिक सुरक्षा की इस लड़ाई में बलिदान देने वाले वीरों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
हमारी धरती पर जिस सूक्ष्मदर्शी समुदाय यानी एलियन्स ऑफ आर्यन का शासन है, वहीं बहुसंख्यक द्रविड़ों का कत्लेआम होता है। इसलिए इन आर्यों के बर्बर शासन को समाप्त करने तथा केंद्र में द्रविड राज को स्थापित करने हेतु, आइए हम भारत के 95% स्वदेशी द्रविड लोगों को एकजुट कर राजनीतिक रूप से पूरे देश में इन ब्राह्मणवादी आतंकवादियों से सत्ता छीनने का संघर्ष करें।
ब्यूरो रिपोर्ट, आगरा।