आगरा
आगरा में तैनात रहे खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) के सहायक खाद्य आयुक्त अजय जायसवाल और अभिहीत अधिकारी श्चेता सैनी व पति विशाल सैनी भ्रष्टाचार के आरोपों की विजिलेंस जांच में फंस गए हैं। छत्ता के रावतपाड़ा के चर्चित व्यापारी पप्पू कुशवाहा की शिकायत पर शासन ने विजिलेंस को जांच के आदेश दिए थे। जांच के बाद विजिलेंस इंस्पेक्टर श्याम सिंह पीलवान ने विजिलेंस थाने में अजय जायसवाल, श्चेता सैनी उनके पति विशाल सैनी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।
मलपुरा के धनाैली निवासी पप्पू कुशवाहा की रावतपाड़ा में मां भगवती एंटरप्राइजेज के नाम से फर्म है। एफएसडीए की टीम ने 30 अक्टूबर 2018 को व्यापारी की फर्म पर छापा मारा था। मिल्क पाउडर का नमूना भरा था। व्यापारी ने इस संबंध में मुख्यमंत्री पोर्टल एवं जिला प्रशासन से अवैध वसूली की शिकायत की थी। मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत को गंभीरता से लेते हुए शासन ने जांच विजिलेंस को दी थी।
व्यापारी पप्पू कुशवाह का अारोप था कि छापेमारी के दौरान उसे जेल भेजने की धमकी दी गई। गल्ले में रखे करीब साढे चार लाख रुपये निकाल लिए गए। इसके बाद पांच लाख रुपये और मांगे गए। अभिहीत अधिकारी श्चेता सैनी के पति विशाल सैनी भी टीम के साथ आए थे। वह दूर खड़े हुए थे। विशाल सैनी ने मामला निपटाने को रकम मांगी थी। जिस पर अगले दिन वह श्वेता सैनी के घर गए, वहां पर अजय जायसवाल भी थे। उनसे रकम की मांग की गई। धमकी दी कि जैसे पूर्व में सपा सरकार में जेल गए थे। उसे वैसे ही जेल भेज दिया जाएगा।
व्यापारी ने आरोप लगाया था कि डरकर उसने चार लाख रुपये और दे दिए। इसके बाद उनसे और रकम मांगी गई। चार नवंबर 2018 को वह श्वेता सैनी के घर गए। पति-पत्नी दोनों के हाथ-पैर जोड़े। उनसे कहा कि वह और रकम नहीं दे सकते। व्यापारी ने पूरे मामले की शिकायत डीएम के यहां की थी। उस समय मामला काफी चर्चा मे रहा था। मामले की जांच प्रशासन के अधिकारियों से कराई गई थी।जांच के बाद दोनों अधिकारियों का आगरा से स्थानांतरण हो गया था।