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आगरा (उत्तर प्रदेश) में बहुजन द्रविड पार्टी, आगरा जनपद की मासिक बैठक का आयोजन किया गया।

आगरा

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दिनांक 27 मार्च, 2022 (रविवार) को दोपहर 12:00 बजे से डॉ. अम्बेडकर सामुदायिक भवन नगला टेक चंद, देवरी रोड़; आगरा (उत्तर प्रदेश) में बहुजन द्रविड पार्टी, आगरा जनपद की मासिक बैठक का आयोजन किया गया।

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इस बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष मा. सुनील कुमार केन जी ने की तथा मुख्य अतिथि के तौर पर पार्टी महासचिव मा. दिनेश कुमार गौतम एवं विशिष्ट अतिथि के तौर पर प्रदेश उपाध्यक्ष मा. कमल सिंह लोधी जी मौजूद रहे।

सर्वप्रथम, बहुजन द्रविड महापुरुषों की तस्वीरों पर पुष्पांजलि अर्पित कर मीटिंग की औपचारिक शुरुआत की गई।

तदोपरांत पार्टी महासचिव मा. दिनेश कुमार गौतम जी ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा,
“साथियों, आप में से अधिकांश लोगों को पता है कि पिछले 10-12 वर्षों से हम और हमारी पूरी टीम राष्ट्रीय स्तर पर घूम-घूम कर बहुजन समाज को यह समझाने की कोशिश करते रहे कि मा. कांशीराम साहब के नेतृत्व में शुरू किए गए हमारे ‘बहुजन आंदोलन’ को ब्राह्मणवादी ताकतों ने हाईजैक कर लिया है। इसलिए समय रहते आप लोग सावधान हो जाइए, लेकिन दुख की बात है कि बहुजन समाज का एक बड़ा तबका माया-मिश्रा भक्ति में लीन रहा और हम लोगों को अनावश्यक आलोचक के रूप में देखता रहा।

लेकिन हाल ही में आये उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव-2022 के नतीजों के बाद से अब सबकुछ शीशे की तरह साफ हो गया है। यानी हम लोग पिछले 10-12 वर्षों से बहुजन आंदोलन और बहुजन समाज पार्टी के विषय में जो चिंता व्यक्त करते आ रहे थे, वही चिंता अब आज पूरा बहुजन समाज व्यक्त कर रहा है। लेकिन बहुजन समाज अगर पहले ही समय पर जाग जाता तो शायद आज बहुजन आंदोलन और बहुजन समाज पार्टी का यह शर्मनाक पतन न देखना पड़ता।

अभी भी उन नतीजों से सबक लेकर बहुजन समाज पार्टी में कुछ नए सुधार किए जा सकते थे, लेकिन आज लखनऊ में मायावती जी द्वारा ली गई समीक्षा बैठक में कुछ सतही तौर पर फेरबदल के अलावा कोई ठोस नीतिगत और वैचारिक फैसला न लेने से अब पूर्णतः स्पष्ट हो चुका है कि इन्होंने हाल ही में हुई अपनी शर्मनाक पराजय के बाद भी उससे कोई सबक नहीं लिया। मसलन ब्राह्मणों के इशारे और दबाव में ये अब स्वयं बहुजन समाज पार्टी को समाप्त करने में तुले हुए हैं।

‘लेकिन बहुजन आंदोलन के सच्चे मिशनरी साथी ब्राह्मणवादी ताकतों के हाथों बहुजन समाज के हक-अधिकारों की बली चढ़ते तो नहीं देख सकते।’ जब हमने देखा कि माया-मिश्रा एंड कंपनी बहुजन समाज पार्टी को समाप्त करने में तुली हुई है और अब इसमें सुधार की भी कोई गुंजाइश शेष नहीं बची है तब हम लोगों ने मान्यवर कांशीराम साहब के जन्मदिन के अवसर पर 15 मार्च, 2019 को बहुजन द्रविड पार्टी नाम से बहुजन मिशन पर आधारित एक राजनीतिक प्लेटफॉर्म तैयार कर दिया है।

चूंकि बहुजन समाज के सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक अधिकारों की बहाली राजनीतिक मुद्दा है इसलिए इसे एक राजनीतिक प्लेटफॉर्म से लड़ने के लिए ही हम लोगों ने बहुजन द्रविड पार्टी का निर्माण किया है। इसलिए अब बहुजन समाज की जिम्मेदारी है कि वह इसे राष्ट्रीय स्तर पर विस्तृत कर इसके माध्यम से अपने हक-अधिकारों की बहाली के लिए अपनी लड़ाई स्वयं लड़े। हमें उम्मीद है कि देश का बहुजन द्रविड समाज अब जल्द ही RSS की मातहत BJP और उसकी ABC टीमों का खेल खत्म कर “बहुजन द्रविड पार्टी” को स्वयं के बल बूते पर मज़बूत कर एक राष्ट्रीय राजनीतिक “विकल्प” के रूप में स्वीकार करेगा।

इसके लिए हम लोग पहले से ही राष्ट्रीय स्तर पर संगठन विस्तार के काम में लगे हुए हैं, अब आप लोग उत्तर प्रदेश में इसे विस्तार देने का काम करेंगे। इसी उम्मीद के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूँ।

तत्पश्चात उपस्थित लोगों ने सर्वसम्मति से निम्नलिखित प्रस्ताव पास किए,

1) बहुजन द्रविड पार्टी के बैनर तले अब अपनी राजनीतिक लड़ाई लड़ने के लिए हम लोग जल्द से जल्द पूरे उत्तर प्रदेश में पार्टी का विस्तार करेंगे।

2) पूरे सप्ताह तक जनजागरूकता अभियान चलाने के बाद प्रत्येक रविवार को जिले स्तर की मीटिंगों का आयोजन किया जाएगा।

3) उक्त मीटिंगों में प्रत्येक कार्यकर्ता अपने घर से स्वयं के लिए भोजन की व्यवस्था करके आएगा।

4) पार्टी को आर्थिक तौर पर मजबूत करने के लिए मान्यवर कांशीराम जी का फार्मूला एक वोट – एक नोट को तेजी से प्रचारित किया जाएगा, तथा

5) अगले रविवार की मीटिंग प्रदेश उपाध्यक्ष मा. कमल सिंह लोधी जी के यहाँ आयोजित की जाएगी।

इस महत्वपूर्ण मासिक बैठक में राष्ट्रीय महासचिव मा. दिनेश कुमार गौतम, प्रदेश उपाध्यक्ष मा. कमल सिंह लोधी, जिला अध्यक्ष सुनील कुमार केन सहित सर्वमान्य विद्याराम जी (रिटायर्ड कैनाल मजिस्ट्रेट), लज्जाराम (रिटायर्ड BSNL अधिकारी), मोहम्मद सलीम भाई, सतेन्द्र सिंह, उमेश कुमार, नित्य प्रकाश सोनी, ताराचन्द बौद्ध, विशम्बर सिंह, सुरजन सिंह, महेन्द्र बाबू, राजेश सागर, विनोद अटल, विजय गौतम, केदार सिंह, सतीश गौतम, विनेश कुमार, वेदप्रकाश, राकेश कुमार, संजय कुमार, सुरेश कुशवाह, बंटी कुशवाह, बहादुर सिंह, लाखन सिंह आदि लोग उपस्थित हुए तथा मीटिंग का संचालन अनिल मौर्या जी ने किया।

कांशीराम मिशन में…

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अशोक कुमार साकेत

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