आगरा
रविवार से अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू होने से दो वर्षों से बुरे दौर का सामना कर रहे ताजनगरी के पर्यटन कारोबारियों की उम्मीदें फिर जवां हो उठी हैं। अब यहां विदेशी पर्यटक तो आ ही सकेंगे, वहीं टूर एजेंट्स विदेशों का दौरा कर नए बाजार तलाश सकेंगे। आगरा के जूता कारोबारी भी नए बाजार तलाशने अब विदेश जा सकेंगे।
काेरोना वायरस का संक्रमण बढ़ने पर केंद्र सरकार ने मार्च, 2020 में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को स्थगित कर दिया था। दो वर्ष से कार्गो और बायो-बबल को छोड़कर सभी फ्लाइटें स्थगित चल रही थीं। सरकार ने रविवार से बायो-बबल को समाप्त कर दिया, इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय उड़ानें दो वर्ष के अंतराल के बाद शुरू हो गईं। कोरोना काल में दो वर्ष तक अंतरराष्ट्रीय उड़ान पर पाबंदी की वजह से शहर का पर्यटन कारोबार बुरी तरह प्रभावित रहा। होटल इंडस्ट्री, एंपोरियम संचालक, टूर एंड ट्रैवल से जुड़े कारोबारी, गाइड आदि खाली बैठे रहे। भारतीय पर्यटक जरूर आ रहे थे, लेकिन वह पर्याप्त नहीं था। अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू होने के बाद पर्यटन कारोबारियों को एक बार फिर पुराना दौर लौटने की आस नजर आई है। उन्हें तत्काल राहत तो नहीं मिलेगी, लेकिन अक्टूबर से स्थिति सामान्य हो सकती है।
दो वर्षों से कोरोना काल में आगरा का जूता निर्यात कारोबार भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कोरोना के चलते यूरोपीय देशों से आर्डर कम मिलने की वजह से निर्यातक नए बाजार की तलाश को विदेश नहीं जा पा रहे थे। आगरा से होने वाला 80 फीसद जूता निर्यात यूरोपीय देशों व 16 फीसद निर्यात अमेरिकी देशों को होता है। अब नए बाजार की तलाश को निर्यातक विदेश जा सकेंगे।