आगरा
ब्रांडेड माल के रूप पूरे जिले के साथ आसपास के क्षेत्र में चर्चित खेरागढ़ के दीपशिखा माल पर केंद्रीय वस्तु एवं सेवाकर (सीजीएसटी) प्रवर्तन टीम की छापेमारी 16 घंटे तक चली। विभागीय टीम ने मौके से स्टाक के साथ खरीद और बिक्री से जुड़े तमाम कागजात जांच के लिए कब्जे में लिए हैं। उम्मीद है कि इनकी जांच के बाद टीम बड़े करावंचन तक पहुंचेगी और करोड़ों का राजस्व वसूल पाएगी।
इस कार्रवाई के दौरान विभागीय टीम के हाथ जो कागजात लगे हैं, वह इकाई द्वारा टैक्स देयता में बरती कई कोताही की तरफ इशारा कर रहे हैं। बिक्री और आय को कम करके दिखाया गया और टैक्स की कम देयता दिखाकर कम टैक्स भुगतान किया गया।साथ ही लाभ को अन्य जगह के खर्चों में दिखाकर समायोजित करने का भी प्रयास कर लाभ लेने की कोशिश की गई। स्कीमों को चलाकर भी रिकार्ड में गड़बड़ी के सुबूत विभागीय टीमों को मिले हैं। विभागीय टीम को यह भी आशंका है कि छूट के बिल में टैक्स समायोजन भी टीएसटी नियमावली के अनुसार नहीं किया गया है।इसलिए टीम सभी दस्तावेज अपने साथ जांच के लिए ले आयी है।
शुक्रवार को दोपहर करीब दो बजे शुरू हुई शनिवार सुबह छह बजे तक चली। इकाई संचालक अतुल गर्ग के कंप्यूटर एवं मोबाइल डाटा कब्जे में लेकर उनसे पूछताछ भी की गई।बिलिंग मशीन से पिछले रिकार्ड का प्रिंट भी निकाला गया।कैश बुक की प्रविष्टियों से खातों का मिलान किया गया, साथ ही अन्य माध्यमों से होने वाले भुगतान का भी ब्यौरा लिया गया। यह कार्रवाई आयुक्त ललन कुमार के निर्देशन और सहायक आयुक्त अनिल शुक्ला के नेतृत्व में हुई।टीम में अधीक्षक आरडी सिंह, निरीक्षक विपिन शर्मा, आरडी सिंह, अनुराग सोनी, कपिल कुमार, सतीश सिंह, अजय सोनकर आदि शामिल थे।