आगरा
मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी की शाखा से करोड़ों का सोना लूटने के बाद कुख्यात नरेंद्र उर्फ लाला ने बचने को फूलप्रूफ प्लान बनाया था। बंगाल में पहुंचकर उसने अपनी दाढ़ी बढ़ा ली, जिससे उसकी पहचान नहीं हो सके। वहां जाकर उसने परचून की दुकान खोल ली। अपनी मां राजकुमारी और भाई अरुण के साथ वह किराए के मकान में रह रहा था। पुलिस जब वहां पहुंची तो एक बार तो उसका चेहरा पहचान में नहीं आया।
बंगाल के 24 परगना के सोनारपुर थाना क्षेत्र से क्रिमिनल इंटेलीजेंस विंग और सर्विलांस टीम ने कुख्यात नरेंद्र उर्फ लाला को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को पूछताछ में उसने फरारी की कहानी बताई। पुलिस सूत्रों के अनुसार, नरेंद्र उर्फ लाला 17 जुलाई 2021 को कमला नगर में 19 किलोग्राम सोना लूटने के बाद बस से फिरोजाबाद गया था। वहां से अपनी मां राजकुमारी और भाई अरुण को साथ लेकर कार से चला गया। पड़ोसियों से उसने कह दिया था कि वह गोवर्धन परिक्रमा को जा रहा है। फिरोजाबाद से वह दिल्ली के गाजीपुर में अपने भाई देवेंद्र के पहुंचा। रात को वह उसके पास ही ठहरा। इसके बाद दो दिन के लिए गुरुग्राम चला गया। वहां से दो-तीन दिन बाद ट्रेन में बैठकर वह मां और भाई के साथ ओडिशा पहुंच गया। पुलिस उसके पीछे लगी थी। पुलिस टीम ओडिशा पहुंची तब तक वह वहां से निकल गया था। यहां से ढाई माह पहले वह बंगाल के 24 परगना पहुंचा। वहां सोनारपुर में पहुंचकर बाजार में परचून की दुकान खोल ली थी। पकड़े जाने के डर से वह अपने किसी साथी और रिश्तेदार से भी बात नहीं कर रहा था।
आगरा पुलिस नरेंद्र को बंगाल से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर आगरा ला रही है। सात महीने पहले हुई दिनदहाड़े सनसनीखेज लूट के बाद गैंग के कई सदस्य पुलिस ने धर दबोचे थे और दो को मुठभेड़ में मार दिया था। उस समय जानकारी ये मिली थी कि नरेंद्र के पास लूटे गए 19 किलोग्राम में से 4.5 किलोग्राम सोना है। अब चर्चा ये है कि नरेंद्र के पास ढाई किलोग्राम सोना मिला है। हालांकि पुलिस तफ्तीश में ये बात सामने आएगी कि नरेंद्र ने कितना सोना, कहां बेचा। नरेंद्र के साथ उसकी मां राजकुमारी और भाई अरुण भी गिरफ्तार हुए हैं। इन दोनों पर भी 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित था।