आगरा
अकोला निवासी राम लाल सिंह ने पांच नवंबर 2021 को फार्म-छह भरा था। दो जनवरी डाक से राम लाल के घर में नया वोटर कार्ड पहुंचा। कार्ड देखकर राम लाल परेशान हो गए। उनकी उम्र 35 साल है लेकिन उसमें 55 साल लिखा हुआ था। पिता संजीवन कुमार का नाम भी गलत लिखा हुआ है। राम लाल ने बताया कि इसकी शिकायत एसडीएम सदर से की गई है।
केस 2- शाहगंज निवासी श्वेता गुप्ता ने दस नवंबर 2021 को फार्म-छह भरा था। 25 दिसंबर तक कार्ड न बनने पर इसकी शिकायत डीएम प्रभु एन सिंह से की। श्वेता को बीस जनवरी को नया वोटर कार्ड मिला। नए कार्ड में श्वेता के पिता का नाम गलत लिखा है। उम्र नहीं लिखी है जबकि पता गलत लिखा हुआ है। श्वेता ने बताया कि वोटर कार्ड में गलतियों को दूर करने की शिकायत की गई है।
केस 3- जयपुर हाउस निवासी सूरज अग्रवाल ने नए वोटर कार्ड बनवाने के लिए 29 नवंबर 2021 को आवेदन किया था। 21 जनवरी को वोटर कार्ड बनकर मिल गया। सूरज ने बताया कि उम्र और नाम गलत लिखा है। विधानसभा क्षेत्र आगरा उत्तर लिखा हुआ है। यही नहीं, उनकी फोटो के बदले किसी अन्य की फोटो लगी है। इसकी शिकायत मतदाता पंजीकरण केंद्र में की गई है।
नए वोटर कार्ड में गलतियों के यह तो तीन ही उदाहरण हैं। तहसील सदर स्थित मतदाता पंजीकरण केंद्र और अफसरों के पास हर दिन पांच से सात शिकायतें पहुंच रही हैं। कर्मचारी डुप्लीकेट वोटर कार्ड बनवाने के लिए कर रहे हैं। इसके लिए 25 रुपये की रसीद कटवानी पड़ रही है। निर्वाचन आयोग के आदेश पर एक नवंबर से पांच दिसंबर 2021 तक संक्षिप्त मतदाता पुनरीक्षण अभियान चला था। एक लाख लोगों ने नए वोटर कार्ड के लिए आवेदन किया था। अब तक 93 हजार लोगों को नए कार्ड बनकर मिल गए हैं। नौ विधानसभा क्षेत्रों में 31.61 लाख वोटर हैं।