आगरा
आवास विकास कालोनी सेक्टर एक निवासी निशा वर्मा ने 28 नवंबर 2021 को फार्म-छह भरकर बीएलओ को दिया था। निशा ने तहसील सदर स्थित मतदाता पंजीकरण केंद्र में कार्ड न बनने की शिकायत की। आनलाइन वोटर लिस्ट चेक किया तो उसमें निशा का नाम अंकित था जबकि अभी तक नया कार्ड बनकर नहीं मिला है।
केस 2- कमला नगर सी ब्लाक निवासी गीतम गुप्ता ने 20 अक्टूबर 2021 को नए वोटर कार्ड के लिए आवेदन किया था। तहसील सदर स्थित मतदाता पंजीकरण केंद्र में फार्म भरकर जमा किया। पर अभी तक नया कार्ड बनकर नहीं मिला है। गीतम ने बताया कि पांच जनवरी को मतदाता सूची का प्रकाशन हुआ था। सूची में उनका नाम शामिल है।
केस 3- ताजगंज निवासी एसएस मिश्रा ने एक दिसंबर 2021 को नए वोटर कार्ड के लिए आवेदन किया था। कार्ड न बनने पर 25 दिसंबर और दस जनवरी को एसडीएम सदर से शिकायत की। एसएस मिश्रा ने बताया कि बीएलओ ने फोनकर बताया कि जल्द कार्ड मिल जाएगा। वोटर लिस्ट में नाम अंकित हो गया है।
जिले की नौ विधानसभा क्षेत्रों में भले ही 93 हजार नए वोटरों के कार्ड बनकर आ गए हों लेकिन दस हजार वोटर कार्ड ऐसे हैं जिन्हें पते की तलाश है। यानी वोटर कार्ड के लिफाफा पर कार्डधारक का नाम तो लिख दिया गया है लेकिन उसका पूरा पता नहीं लिखा गया है। इससे डाकिए परेशान हैं। जिला निर्वाचन कार्यालय और तहसील सदर में हर दिन बड़ी संख्या में कार्ड पहुंच रहे हैं। नाम न छापने की शर्त पर एक डाकिए ने बताया कि लायर्स कालोनी में राजेश नाम से सात लोग हैं। मकान नंबर और अन्य जानकारी नहीं अंकित है। लिफाफा खोलकर नहीं देखा जा सकता है। ऐसे में वोटर कार्ड को वापस कर दिया गया। एक अन्य डाकिए ने बताया कि आवास विकास कालाेनी में सेक्टर एक से 16 तक हैं। निर्वाचन कार्यालय एक हजार नए वोटर कार्ड मिले। इन कार्ड में कार्डधारक का नाम और सेक्टर अंकित है। ऐसे में वोटर का कौन सा घर है। यह पता लगाना आसान नहीं है। डाकिए ने बताया कि अब तक छह बोरे से अधिक नए वोटर कार्ड जमा कराए जा चुके हैं।