आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय ने मंगलवार को पहली पाली में हुई बीए तृतीय वर्ष की हिंदी साहित्य द्वितीय प्रश्नपत्र की परीक्षा निरस्त कर दी है। प्रश्नपत्र में हिंदी भाषा के प्रश्न पूछे गए थे। परीक्षा समिति की बैठक में बुधवार को निर्णय लिया गया कि गलत प्रश्नपत्र तैयार करने वाले शिक्षकों को काली सूची में डाला जाएगा।
हिंदी साहित्य द्वितीय प्रश्नपत्र की परीक्षा में करीब 11,500 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। परीक्षार्थियों ने हिंदी भाषा के प्रश्न पूछे जाने पर आपत्ति दर्ज कराई थी। परीक्षा समिति की बैठक में औटा के अध्यक्ष डॉ. मुकेश भारद्वाज व महामंत्री डॉ. निशांत चौहान की ओर से परीक्षा को निरस्त करने की मांग की गई। इसे सर्वसम्मति से पास कर दिया गया। परीक्षा की दूसरी तिथि जल्द घोषित की जानी है।
प्रश्नपत्र कम पड़ने की वजह से 21 सितंबर की पर्यावरण अध्ययन की परीक्षा स्थगित कर दी गई थी। परीक्षा समिति में इसे भी रखा गया। निर्णय लिया गया कि परीक्षा छह अक्तूबर को तीसरी पाली में कराई जाएगी।