सिद्धार्थनगर जिले में कुछ गरीब परिवार आवास को लेकर दर दर की ठोकर खाने को मजबूर है । आवास देने के नाम पर गरीबो से ग्राम प्रधान ने उनसे पांच हज़ार रुपये भी ले लिए है और पैसे लेने के बाद भी इन गरीबों को अभी तक आवास नही मिला । गरीब परिवार पात्र होने के बावजूद उसकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है।
Vo,,1,, टूटे-फूटे घर में पन्नी तानकर रह रहा गरीब परिवार का यह नजारा सिद्धार्थनगर जिले के डुमरियागंज ब्लाक के बसडीलिया गांव का है। यह गरीब कई पुश्तों से इस गाँव में रह रहे हैं। मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करने वाले इन गरबों का घर बिल्कुल नही है । ठंडक और बरसात में वह इस तरह की जिंदगी जीने को मजबूर है । मगर अफसोस कि इसकी यह गरीबी और टूटा हुआ घर गांव के प्रधान और सेक्रेटरी को नजर नहीं आ रहा। उनकी निगाह में यह परिवार आवास के लिए अपात्र है। परिवार वालों का आरोप है कि ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी आवास देने के लिए उससे पांच हजार रुपए ले लिए हैं। फिर भी उनको वही तक आवास नही मिल सका। कई बार ग्राम प्रधान से कई बार कहने पर सिर्फ आश्वासन ही मिलता है।