कांग्रेस में चल रही अंदरूनी कलह अभी खत्म नहीं हुई है। कपिल सिब्बल के आज किए गए ट्वीट ने कई तरह की अटकलों को हवा दे दी है। इससे पहले कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) में सोनिया गांधी को फिर से अंतरिम अध्यक्ष चुने जाने के बाद सोमवार को कपिल सिब्बल, शशि थरूर सहित कुछ वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने गुलाम नबी आजादी के आवास पर बैठक की। ये वही नेता है जिन्होंने संगठन में बदलाव को लेकर सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी।
कपिल सिब्बल के ट्वीट पर कई तरह के कयासबाजियों के दौर शुरू हो गया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘यह किसी पद की बात नहीं है। यह मेरे देश की बात है जो सबसे ज्यादा जरूरी है।’ दूसरी तरफ, पार्टी से निलंबित किए गए नेता संजय झा ने इसे अंत की शुरुआत बताया है।करीब छह घंटे तक चली सीडब्ल्यूसी की बैठक में सर्वसम्मति से सोनिया के इस्तीफे की पेशकश को ठुकराते हुए उनके अध्यक्ष बने रहने पर मुहर लगी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी पार्टी में नेतृत्व के मुद्दे पर सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले नेताओं पर निशाना साधा और कहा कि जब पार्टी राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में विरोधी ताकतों से ल़़ड रही थी और सोनिया गांधी अस्वस्थ थीं तो उस समय ऐसा पत्र क्यों लिखा गया।