कोविड-19 संक्रमण के दौर में बहुत सी मां इस असमंजस में हैं कि बच्चे को स्तनपान कराएं या नहीं। कहीं उनके स्तनपान कराने से बच्चे को तो कोरोना वायरस संक्रमण नहीं हो जाएगा। वहीं कुछ आधुनिक जीवनशैली में रह रहीं मां ये सोचती हैं कि स्तनपान कराने से उनके फिगर पर असर आएगा। ये सभी भ्रांतियां ही हैं। दरअसल कोविड-19 भी स्तनपान कराने से नहीं फैलेगा और न ही मां के फिगर पर इसका कोई दुष्प्रभाव आएगा। ये तो मां और बच्चे, दोनों के स्वास्थ्य के लिए बेहतर है।
विश्व स्तनपान सप्ताह के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में इसकी समीक्षा पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.नीरज यादव व यूनिसेफ की ममता पाल ने प्रिजेंटेशन देकर स्तनपान के महत्व को समझाया। डॉ. नीरज यादव ने बताया कि कोविड-19 का संक्रमण मांँ द्वारा बच्चे को स्तनपान कराने से नहीं फैलता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.सी. पांडेय ने इस मौके पर बताया कि अब सभी प्रसव केंद्रों पर एक घंटे के अंदर ही मांँ द्वारा बच्चे को स्तनपान कराया जाएगा। इसके लिये वार्ड में शिफ्ट होने का इंतेजार नहीं किया जाएगा ।
कार्यशाला में यूनिसेफ, डब्लूएचओ की टीम व डीपीएम कुलदीप भारद्वाज, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी अमित कुमार, डॉ. संजीव वर्मन, डॉ. यू.के त्रिपाठी, डॉ. बी.एस. चंदेल, डॉ. आर.के अग्निहोत्री, संगीता भारती, अमृतांशु, डॉ. विनय कुमार, डी.सी.पी.एम. विजय सिंह, मयूर पाल उपस्थित रहे ।
पूरे सप्ताह स्तनपान की जागरुकता के लिये हुए कार्यक्रम के तहत जिले की सभी सी.एच.सी. व पी.एच.सी. पर स्तनपान का संदेश आमजन तक पहुंँचाने के लिये आशा और ए.एन.एम. की बैठक की गई। समस्त ग्रामीण एवं शहरी आशाओं द्वारा अपने क्षेत्रों में गृह भ्रमण कर समस्त धात्री मांँ एवं परिवार के लोगों से संम्पर्क नवजात शिशु को छः माह तक केवल स्तनपान कराने के महत्व पर चर्चा की गई एवं कोविड-19 में स्तनपान कराने के लिये प्रोटोकॉल से भी अवगत कराया। प्रतिदिन एक घंटे प्रसवोत्तर वार्ड में स्तनपान और कुपोषण से बचाव के लिये जानकारी दी गई. स्तनपान के लिये प्रतिदिन विशिष्ट एक घंटे का आयोजन कराया जाये। सभी सीएचसी व पीएचसी तथा जिला अस्पताल में जहांँ पर टीकाकरण होता है, वहां शिशु की देखभाल के लिये पोस्टर व सीडी का प्रदर्शन किया गया। स्तनपान विषय पर सी.एम.ओ. कार्यालय में जनपद स्तरीय गोष्ठी का भी आयोजन किया गया।