HomeUttar PradeshAgraलॉकडाउन का आदर्श पालन क्‍या होता है, इनसे सीखना चाहिए

लॉकडाउन का आदर्श पालन क्‍या होता है, इनसे सीखना चाहिए

राधास्वामी सत्संग से जुड़े स्वामी बाग और दयालबाग के अपने अलग नियम हैं। सत्संगी अपनी सत्संग कमेटी के पदाधिकारियों के आदेशों का पूरी तरह पालन करते हैं। कोरोना वायसर से बचाव के लिए स्वामी बाग और उससे जुड़ी कालानियों 24 मार्च से लगातार लॉकडाउन चल रहा है, जबकि देशभर में अनलाक हो चुका है।

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दयालबाग रोड पर स्वामी बाग स्मारक के पीछे स्वामी बाग कालोनी है। इन्हीं सत्संगियों की राधा बाग व हजूरी बाग कालोनियां भी हैं। इनमें करीब 325 मकान बने हुए हैं, जिनमें जनसंख्या 2100 है। सभी राधास्वामी सत्संगी हैं। कोरोना वायरस से बचाव के लिए 23 मार्च से पूरे देश में लॉकडाउन लागू हुआ तो इन कालोनियों में रहने वाले सभी लोगों ने भी इस नियम का पालन किया। देश, प्रदेश में लॉकडाउन खत्म हो गया, समय-समय पर छूट दी गई, लेकिन स्वामी बाग में अभी भी किसी को कालोनी में टहलने की आजादी नहीं है। सभी अपने घरों में रहते हैं। अब कुछ दिनों से सुबह दो घंटे व शाम को दो घंटे घरेलू सामान आदि लाने व व अन्य जरूरी काम करने की छूट दी जा रही है। उसमें भी आते-जाते वक्त गेट पर रजिस्टर में नाम दर्ज होता है। आते वक्त हर व्यक्ति की थर्मल स्क्रीनिंग होती है। कालोनी में किसी भी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश पूरी तरह निषेध है। अब प्रदेश में लॉकडाउन नहीं है, तब जो नौकरी पेशा व व्यापारी लोग हैं, उन्हेंं जाने की अनुमति मिल गई है।

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