लालच में दो दोस्तों ने डेढ़ लाख रुपये देकर 32. 70 लाख के पुराने नोट ले लिए। पुराने नोट देने वाले की मौत हो गई। दोनों दोस्त अब नोट बदलने की कोशिश में भटक रहे थे। जानकारी होने पर पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। पुलिस ने दिनभर पूछताछ की। इसके बाद आयकर विभाग के अधिकारियों ने उनसे पूछताछ कर नोटिस दे दिया। देर रात हरीपर्वत थाने में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी चल रही थी।
फतेहाबाद के रहने वाले भाव सिंह गुर्जर सदर के उखर्रा में पशुपालन करते हैं। अलबतिया निवासी नीरज तोमर से उनकी दोस्ती थी। गुरुवार को पुलिस ने दोनों को उठा लिया। एएसपी सौरभ दीक्षित ने इनसे पूछताछ की। उन्होंने बताया कि भाव सिंह की पड़ोस में रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर राकेश शिवहरे से भी दोस्ती थी। राकेश प्रॉपर्टी प्लाट खरीदने और बेचने का काम करता था। उसका भावना एस्टेट में ऑफिस था। एएसपी सौरभ दीक्षित के मुताबिक, दिसंबर 2019 में राकेश ने भाव सिंह से कहा कि उसके पास 32.70 लाख रुपये के पुराने नोट रखे हैं। उन्हें बदलवाने के लिए बैंक वालों से सेटिंग कर रहा है। कोई बैंक वाला उसकी जान पहचान का हो तो बता दे। तीन-चार दिन बाद राकेश फिर मिला। उससे कहा कि उसे रुपये की जरूरत है। डेढ़ लाख रुपये चाहिए। बतौर जमानत उसने उसके पास 32.70 लाख रुपये के पुराने नोट रखवा दिए। कहा कि कुछ दिन बाद पुराने नोट वापस ले लेगा और उसके डेढ़ लाख रुपये लौटा देगा। इस घटना के कुछ दिन बाद राकेश शिवहरे ने खुदकशी कर ली। दोनों दोस्तों के डेढ़ लाख रुपये फंस गए। वह 32.70 लाख रुपये के नोट दो लाख रुपये तक बेचने को तैयार था। कोई ग्राहक ही नहीं मिल रहा था। इधर-उधर संपर्क कर रहा था। पुलिस ने दबोच लिया। पहले उन्हें एत्माद्दौला थाने लाकर पूछताछ की गई। उन्होंने पुलिस को पूरी कहानी बता दी। यहां आयकर विभाग के अधिकारी भी पहुंच गए। पकड़े गए दोनों दोस्तों को आयकर विभाग ने नोटिस दिया है। उन्हें इसका जवाब देना है कि नोट उनके पास कहां से आए? इसके बाद आयकर विभाग दोनों पर बरामद पुरानी करेंसी के पांच गुना पैनल्टी कर सकता है। देर रात तक एएसपी दोनों से पूछताछ करने के साथ ही मुकदमा दर्ज करने को विधिक राय ले रहे थे।