सैनिक स्कूल आज की आवश्यकता है। किसी देश का भविष्य किस दिशा में जा रहा है। यह जानना हो तो इसका अंदाजा युवाओं की भावनाओ को देखकर लगाया जा सकता है। बेटियों को भी सेना में अफसर बनने का समान अवसर मिले इसके लिए कैप्टन मनोज पांडेय यूपी सैनिक स्कूल में बेटियों के एडमिशन शुरू हुए। अब तीसरा बैच आने को तैयार है। यह सौभाग्य है कि यूपी में देश का पहला सैनिक स्कूल खुला था। अब प्रदेश में सैनिक स्कूल की श्रंखला को आगे बढ़ाने की कार्यवाही होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ये बात कैप्टन मनोज पांडेय यूपी सैनिक स्कूल की स्थापना दिवस की हीरक जयंती वर्ष का शुभारंभ करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि सैनिक स्कूल के सर्वागीण विकास में किसी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी। यूपी सैनिक स्कूल देश भर के लिए रोल मॉडल बने इसके लिए स्कूल प्रबंधन शासन को जो भी योजनाएं देगा। सरकार उसको बिना देरी मंजूर करेगी। स्थापना दिवस के हीरक जयंती वर्ष में यूनिक आयोजन होंगे। इन एक साल में स्कूल को भी स्वतः मूल्यांकन का मौका मिलेगा। सैनिक स्कूल से पढ़े सेनाओं में वर्तमान अफसर, डॉक्टर, समाजसेवी, पूर्व सैन्य अफसर सभी की कड़ी को जोड़ा जाएगा। राष्ट्र की रक्षा, समाजसेवा और आपदा से मुकाबला करने के लिए उनको तैयार कर सकेंगे।