ताजनगरी में देह व्यापार के कॉकस को खत्म करने के लिए पुलिस इसकी सरगना रोशनी नागवानी को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। आगरा जोन में रोशनी को देशी-विदेशी युवतियों के सबसे बड़े सप्लायर के नाम से वह चर्चित है। पुलिस को उसके मोबाइल से चार हजार से ज्यादा लोगों के नंबर मिले हैं। इनमें 60 से 70 मोबाइल नंबर ऐसे हैं,जिनसे रोशनी की लगातार बातचीत होती रही है। माना जा रहा है कि रोशनी के करीबी यह लोग इस रैकेट से भी जुड़े हो सकते हैं।
ताजगंज पुलिस ने रोशनी नागवानी को सात जुलाई की रात चेकिंग के दौरान उसके साथी राहुल के साथ गिरफ्तार किया था। वह इस साल फरवरी में ताजगंज के होटल से पुलिस ने देह व्यापार के आरोप में पकड़ी गयीं विदेशी युवतियों के मामले वांछित थी। पुलिस ने उस पर 15 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। रोशनी नागवानी इससे पहले अपहरण के मामले में सिकंदरा थाने से जेल ज चुकी है। इंदौर की मूल निवासी रोशनी की शादी खुशहाल नागवानी के साथ हुई थी। पति से उसके संबंध ठीक नहीं होने पर तलाक हो गया। वर्ष 2005 में उसने इस गलीच धंधे में कदम रखा था।
उस समय कमला नगर में किराए पर मकान लेकर रहती थी। शुरू में वह खुद लोगों को अपने जाल में फंसाया करती थी। कुछ समय बाद ही वह देह व्यापार के धंधे में आ गई। रैकेट संचालित करने लगी। फतेहाबाद मार्ग स्थित एक होटल से उसने काम शुरू किया। रोशनी के सभी ग्राहक इसी होटल में अय्याशी करने जाया करते थे। रोशनी के संपर्क में धीरे-धीरे विदेशी युवतियां भी आ गई। वह उजबेकिस्तान, रशियन सहित दूसरे देशों की युवतियां भी सप्लाई कने लगी। इसके साथ ही उसके संपर्क में दिल्ली, मुंबई, गोवा सहित कई जगह के देह व्यापार का रैकेट चलाने वाले भी आ गए।
ताजनगरी में विदेशी कॉलगर्ल रैकेट का मामला भीमा की गिरफ्तारी के बाद सामने आया था।ताजगंज पुलिस ने जनवरी 2020 में धांधूपुरा निवासी भीमा को गिरफ्तार किया था। वह विदेशी युवतियों का सप्लायर है। उसके मोबाइल से पुलिस को बाग मुजफ्फरखां निवासी अभिषेक उर्फ सुनील, निक्की व रोशनी के नाम मिले थे। रोशनी नागवानी पहले से चर्चित है। भीमा विदेशी युवतियों को कांट्रैक्ट पर आगरा बुलाता था। ग्राहकों को उनके फोटो व्हाट्स एप पर भेजे गए थे।
पुलिस की पूछताछ में राहुल मिश्रा ने बताया कि रोशनी विदेशी युवतियों को कांट्रैक्ट पर बुलाती थी। दलालों के कई व्हाट्स ग्रुप हैं। जो देश भर मे कहीं भी युवतियां उपलब्ध करा सकते हैं। विदेशी युवतियां पूरी रात के 25 से 30 हजार रुपये तक लेती थीं। एक से दो घंटे के लिए बुकिंग पर वह दस से 15 हजार रुपये तक लेती हैं। हर बुकिंग में दलाल का कमीशन तय होता है। दलाल इस बात की भी जिम्मेदारी लेता है कि पुलिस परेशान नहीं करेगी।
इस साल फरवरी में ताजगंज पुलिस ने दो दर्जन से अधिक होटल चिन्हित किए थे। उनके कर्मचारी, बार टेंडर, सिक्योरिटी गार्ड सहित कई लोगों का देह व्यापार रैकेट चलाने वालों से संपर्क होने का शक था। होटल से युवतियों की डिमांड सीधे रोशनी और उसके रैकेट के सदस्यों के पास आया करती थी।
देह व्यापार गिरोह की सरगना रोशनी और राहुल से पुलिस ने पांच मोबाइल फोन बरामद किए हैं। सिर्फ रोशनी के मोबाइल में कई हजार नंबर हैं। वह दो दर्जन से अधिक वाट्सएप ग्रुप में वह जुड़ी है। इनमें छह ग्रुप की वह खुद एडमिन है। रोशनी की वाट्सएप चैट उजागर होने पर शहर के कई लोगों के बेनकाब होने की उम्मीद है। जिन्हें रोशनी ने लड़कियां उपलब्ध कराई थीं।
रोशनी नागवानी गिरफ्तारी के बाद पुलिस से कहा था कि वह उससे ज्यादा सवाल-जवाब नहीं करे। अगर उसने मुंह खोला तो कई लोग बेनकाब हो जाएंगे। इसमें खाकी के दामन पर भी दाग आएंगे ।