कानपुर में बदमाशों से मुठभेड़ में शहीद हुए बरारी के लाल सिपाही जितेंद्र पाल सिंह का पार्थिव शरीर रात डेढ़ बजे गांव पहुंचा तो माहौल आंसुुओं से भीग गया। सुबह आठ बजे गगनभेदी नारों के शहादत को नमन कर अंतिम विदाई दी गई। आइजी ए. सतीश गणेश, एसएसपी गौरव ग्रोवर और डीएम सर्वज्ञ राम मिश्रा ने पार्थिव शरीर को कांधा दिया। शहादत को नमन करने हजारों का हुजूम उमड़ा। वहीं शुक्रवार देर रात फतेहाबाद के गांव पोखर पांडेय में शहीद सिपाही का अंतिम संस्कार किया गया।मथुरा के रिफाइनरी थाना क्षेत्र के गांव बरारी निवासी तीर्थपाल सिंह के बड़े बेटे जितेंद्र पाल सिंह कानपुुर के बिठूर थाने में सिपाही के पद पर तैनात थे। गुरुवार रात कानपुर में बदमाशों से हुई मुठभेड़ में जितेंद्र शहीद हो गए। शुक्रवार रात डेढ़ बजे जितेंद्र का पार्थिव शरीर पैतृक गांव बरारी लाया गया। लाल की शहादत को सलाम करने के लिए रात के इस पहर भी पूरा गांव जाग रहा था। तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर गांव पहुंचा तो हजारों आंखों से आंसुओं का सैलाब बह चला। सुबह आठ बजे विधायक पूरन प्रकाश, कारिंदा सिंह, आइजी ए सतीश गणेश, डीएम सर्वज्ञराम मिश्रा, एसएसपी डाॅ. गौरव ग्रोवर अंतिम यात्रा में शामिल हुए और पार्थिव शरीर को कांधा दिया। हजारों की भीड़ ने जब तक सूरज-चांद रहेगा, जितेंद्र तेरा नाम रहेगा के नारे लगाए तो माहौल गूंज उठा। छोटे भाई सौरभ ने जितेंद्र को मुखाग्नि दी।
नारों से गूंजेे बलिदानियों के गांव, नम आंखों से लाल को अंतिम विदाई
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