कोरोना को लेकर वैश्विक स्तर पर चौतरफा घिरे चीन के खिलाफ चलाए जा रहे एक भारतीय अभियान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी समर्थन मिल रहा है। स्वदेशी जागरण मंच (एसजेएम) के डिजिटल हस्ताक्षर अभियान से अब तक 15 देशों के लोगों ने जुड़कर चीन के अधिनायकवादी व मानवता विरोधी नीतियों का विरोध किया है। देश में भी इस अभियान ने असरदार माहौल बनाया है।
25 मई से प्रारंभ हुए एसजेएम के इस स्वदेशी स्वालंबन हस्ताक्षर अभियान से अब तक देश में 79,446 लोग जुड़े हैं। इसी तरह 15 अन्य देशों के 559 लोगों का समर्थन मिला है। खास बात कि इसमें अमेरिका, आस्ट्रेलिया, फ्रांस, जर्मनी, जापान और नेपाल भी शामिल है। इस अभियान में लोगों से चीनी उत्पादों के बहिष्कार और स्वदेशी अपनाने को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
देश में इसको नेताओं के अलावा अभिनेता, खिलाड़ी, व्यापारी, उद्यमी, छात्र, पर्यावरण प्रेमी, देशभक्त व किसान के साथ कमोबेश हर वर्ग का समर्थन मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत के इस महामारी को अवसर के रूप में लेने और स्वदेशी को बढ़ावा देने के संकल्प के बीच यह अभियान लोगों को एकजुटता का पाठ पढ़ा रहा है।