शुक्रवार शाम आई आंधी ने दुनिया के सात अजूबों में शुमार ताजमहल को क्षति पहुंचाई है। गुंबद पर मडपैक को मुख्य मकबरे पर यमुना किनारा की तरफ बांधी गई पाड़ गिर गई। इससे मुख्य मकबरे की संगमरमर की रेलिंग और चमेली फर्श की रेड सैंड स्टोन की रेलिंग टूट गई है। उच्चाधिकारियों को स्मारक को पहुंचे नुकसान की जानकारी दे दी गई है।
शुक्रवार शाम तूफान ने तबाही मचा दी। करीब 50 मिनट तक आंधी, ओले और बारिश ने जमकर कहर बरपाया। 124 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चली हवा ने तमाम पेड़ों को जड़ से उखाड़ दिया। बिजली के खंभे और साइनेज धराशाई हो गए। बिजली आपूर्ति ठप होने से देर रात तक अधिकांश क्षेत्र अंधेरे में डूबे रहे। ताजमहल में यमुना की ओर पाड़ गिरने से मुख्य मकबरे व चमेली फर्श की रेलिंग क्षतिग्रस्त हो गई है।