दुनिया के अंत की तरह शुरु हुआ कोरोना वायरस का प्रकोप आखिर कब अपने अंत पर पहुंचेगा। इस सवाल का जवाब अब हर कोई जानना चाहता है। विज्ञान अपनी बात कहता है और ज्योतिषशास्त्र अपने संकेत देता है। जिस अदृश्य दुश्मन के कारण विश्व की अर्थव्यवस्था से लेकर स्वास्थ्य व्यवस्था तक सबकुछ चरमरा चुकी है उसके अंत के बाबत ज्योतिषाचार्य डॉ शोनू मेहरोत्रा ने महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की हैं। उन्होंने बताया कि 11 मई, 2020 को शनि अपनी मार्गी चाल को छोड़ कर वक्री होने जा रहे हैं। 142 दिनों तक यानि 29 सितंबर तक वे इसी अवस्था में रहेंगे तत्पश्चात वे फिर से मार्गी हो जाएंगे। शनि की ये बदलती चाल आम जनमानस की टेंशन बढ़ाने वाली साबित होगी।
कोरोना वायरस का ज्यादा प्रभाव दिसंबर 2019 से शुरू हुआ था और फरवरी 2020 तक इसने पूरी तरह जड़ें जमा ली थीं। डॉ शोनू के अनुसार वायरस राहू व शनि से प्रभावित होता है जो आक्सीजन को दूषित कर हवा को विषैला बनाते हैं। राहू का संबंध धुआं व आसमान से है। ऐसे में कोई भी वायरस हवा में कहीं भी पहुंच जाता है, जबकि शनि हवा में पैदा हुए कण हैं जो कि वायरस के फैलने में मदद करते हैं।