कोरोना महामारी से बुरी तरह प्रभावित स्पेन में लॉकडाउन के 44 दिन बाद पहली बार बच्चों ने घर से बाहर निकलकर खुली हवा में सांस ली। सरकार ने 14 साल तक के बच्चों को घर से बाहर निकलने की सशर्त इजाजत दे दी है। पिछले चौबीस घंटों में देश में कोरोना से 288 लोगों की मौत हुई। 20 मार्च के बाद यह पहला मौका है जब महामारी में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या इतनी कम रही। एक दिन पहले यह संख्या 378 थी। देश में अब तक 23 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
बच्चों को घर से बाहर निकलने की अनुमति के साथ सरकार ने शर्त रखी है कि इस दौरान उन्हें दूसरे बच्चों के साथ खेलने की इजाजत नहीं होगी। साथ ही उन्हें अन्य बच्चों से दो मीटर की दूरी बनाए रखनी होगी। पार्को को फिलहाल बंद रखा गया है। यह सलाह भी दी गई है कि घर से निकलते वक्त और प्रवेश करते वक्त हाथ जरूर धोएं। देश में दुनिया के सबसे सख्त लॉकडाउन का असर यह हुआ कि एक महीने पहले जहां संक्रमण की दर 20 फीसद थी, वह अब घटकर दो फीसद रह गई है। प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने शनिवार को टीवी संबोधन में कहा कि अगर कोरोना से मरने वालों की संख्या में इसी तरह कमी आती रही तो दो मई से लोगों को अकेले बाहर जाने की अनुमति दे दी जाएगी। इसी के साथ उन्होंने लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से खोलने की पूरी रूपरेखा भी देशवासियों के सामने रखी। देश में 13 अप्रैल को ही कंस्ट्रक्शन और मैन्युफैक्च¨रग क्षेत्रों को खोलने की अनुमति दे दी गई थी।