क्या आप भी अपनी सेहत को बेहतर बनाने के लिए विटामिन और मिनरल सप्लीमेंट्स लेते हैं? अगर हां, तो थोड़ा रुकिए और इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़िए! हम सब मानते हैं कि सप्लीमेंट्स लेना सेहत के लिए फायदेमंद है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ सप्लीमेंट्स को एक साथ लेना आपके लिए जानलेवा साबित हो सकता है? जी हां, यह कोई मजाक नहीं है, बल्कि कुछ कॉम्बिनेशन्स ऐसे होते हैं जो हमारे शरीर में जहर की तरह काम करते हैं। आइए जानें।
कैल्शियम + आयरन
कैल्शियम और आयरन, दोनों ही हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी हैं। कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाता है और आयरन खून की कमी को दूर करता है, लेकिन जब इन्हें एक साथ लिया जाता है, तो कैल्शियम आयरन के अवशोषण में बाधा डालता है। इसका मतलब है कि आपका शरीर आयरन को ठीक से सोख नहीं पाता, जिससे सप्लीमेंट लेने का कोई फायदा नहीं होता।
- क्या करें: इन दोनों सप्लीमेंट्स को अलग-अलग समय पर लें। जैसे, कैल्शियम रात में और आयरन सुबह के समय।
मैग्नीशियम + कैल्शियम
मैग्नीशियम और कैल्शियम एक-दूसरे के विरोधी की तरह काम करते हैं। अगर आप मैग्नीशियम की ज्यादा मात्रा लेते हैं, तो यह कैल्शियम को शरीर में ठीक से अवशोषित होने से रोक सकता है। इसके अलावा, एक ही समय पर ज्यादा मात्रा में दोनों को लेने से पेट में दर्द और ऐंठन की समस्या हो सकती है।
- क्या करें: इन दोनों के बीच कम से कम दो घंटे का अंतर रखें।
फिश ऑयल + जिन्कगो बिलोबा
फिश ऑयल ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होता है, जो दिल के लिए बहुत अच्छा है। वहीं, जिन्कगो बिलोबा याददाश्त और दिमाग के लिए फायदेमंद माना जाता है, लेकिन ये दोनों ही खून को पतला करने का काम करते हैं। अगर इन्हें एक साथ लिया जाए तो खून ज्यादा पतला हो सकता है, जिससे चोट लगने या अंदरूनी चोट से ज्यादा खून बहने का खतरा बढ़ जाता है।
- क्या करें: अगर आप इनमें से कोई भी सप्लीमेंट ले रहे हैं, तो दूसरे को लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
आयरन + विटामिन डी + मैग्नीशियम
ये तीनों सप्लीमेंट अपने आप में बहुत फायदेमंद हैं, लेकिन एक साथ लेने पर एक-दूसरे के असर को कम कर सकते हैं। विटामिन डी और मैग्नीशियम, कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करते हैं, लेकिन ज्यादा मात्रा में आयरन लेने से ये तीनों आपस में रिएक्ट कर सकते हैं और शरीर को फायदा पहुंचाने की बजाय नुकसान कर सकते हैं।
- क्या करें: इन तीनों को एक साथ लेने की बजाय, अलग-अलग समय पर और सही मात्रा में लें।
जिंक + कॉपर
ज़िंक और कॉपर, दोनों ही शरीर के लिए जरूरी मिनरल्स हैं। लेकिन, जब जिंक को ज्यादा मात्रा में लिया जाता है, तो यह शरीर में कॉपर के अवशोषण को रोक देता है, जिससे कॉपर की कमी हो सकती है। कॉपर की कमी से एनीमिया और नर्वस सिस्टम से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
- क्या करें: अगर आपको जिंक सप्लीमेंट लेना ही है, तो कॉपर के साथ इसे न लें।
मेलाटोनिन + अन्य स्लीप एड्स
मेलाटोनिन एक हार्मोन है जो नींद को नियंत्रित करता है। इसे अक्सर नींद की गोलियों के साथ लिया जाता है, लेकिन अगर इसे डॉक्टर की सलाह के बिना अन्य नींद की दवाओं, जैसे कि बेंजोडायजेपीन, के साथ लिया जाए तो यह ज्यादा नींद आने, चक्कर आने और संतुलन बिगड़ने जैसी गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है।
- क्या करें: डॉक्टर से पूछे बिना कभी भी एक से ज्यादा नींद की दवाइयां या सप्लीमेंट्स न लें।
विटामिन K + ब्लड थिनर्स
विटामिन K खून के थक्के को बनाने में मदद करता है। वहीं, ब्लड थिनर्स (जैसे वॉर्फरिन) खून को पतला करके थक्के बनने से रोकते हैं। अगर आप ब्लड थिनर्स ले रहे हैं और साथ में विटामिन K वाले सप्लीमेंट्स या ज्यादा विटामिन K वाले फूड आइटम्स खाते हैं, तो यह आपकी दवा के असर को कम कर सकता है और स्ट्रोक या हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा सकता है।
- क्या करें: अगर आप ब्लड थिनर्स ले रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से सलाह लिए बिना विटामिन K वाले सप्लीमेंट्स कभी न लें।