फतेहपुर सीकरी (आगरा) — फतेहपुर सीकरी ब्लॉक के गांव हंसपुरा में बारिश से पहले ही जलभराव की गंभीर समस्या सामने आ गई है। गलियों और रास्तों पर फैले कीचड़ और गंदगी के चलते ग्रामीणों का आना-जाना दूभर हो गया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि वे कई बार शिकायतें कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
समाजसेवी सुनील कुमार पाराशर ने प्रशासन और ग्राम पंचायत की लापरवाही पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि मानसून से पहले गांव में जल निकासी की व्यवस्था करना पंचायत का कर्तव्य है, लेकिन गैर-जिम्मेदार अधिकारियों की वजह से ग्रामीण नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं।
गौरतलब है कि दो साल पहले हंसपुरा गांव में जलभराव के कारण महामारी फैल गई थी, जिसमें तीन मासूम बच्चों की मौत हो गई थी। उस वक्त जिला पंचायत अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी ने गांव का निरीक्षण भी किया था, लेकिन सारी कार्रवाई सिर्फ कागज़ों तक सीमित रह गई।
ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान ने अब तक कोई भी विकास कार्य नहीं कराया। गांव के तालाब से पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे बारिश के दौरान पूरा गांव तालाब में तब्दील हो जाता है। घरों में गंदा पानी और कीचड़ भर जाता है, सड़कों का नामोनिशान मिट जाता है।
ग्रामीणों और समाजसेवियों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो वे विकासखंड फतेहपुर सीकरी, तहसील किरावली और जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन और धरना देने के लिए मजबूर होंगे।
सरकार और प्रशासन को चाहिए कि वह इस गंभीर समस्या पर तत्काल ध्यान दे, ताकि भविष्य में किसी मासूम की जान न जाए और गांव के लोग सम्मानजनक जीवन जी सकें।