गोरखपुर आगमन के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु यहां रात्रि विश्राम भी करेंगी। उनके प्रवास की व्यवस्था रामगढ़ताल किनारे स्थित सर्किट हाउस में की जा रही है। संभावना जताई जा रही है कि राष्ट्रपति 30 जून को गोरखपुर पहुंचकर अगले दिन एक जुलाई को वापस जाएंगी। 30 जून को वह अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के एमबीबीएस पहले बैच के दीक्षा समारोह में शामिल होंगी और मेधावियों को मेडल प्रदान करेंगी।
राष्ट्रपति के संभावित कार्यक्रम के अनुसार वह 30 जून को एयरपोर्ट से सीधे एम्स जाएंगी। वहां से निकलकर वह सर्किट हाउस जाएंगी। राष्ट्रपति उसी दिन गोरखनाथ मंदिर पहुंचकर दर्शन-पूजन भी कर सकती हैं। अगले दिन एक जुलाई को वह भटहट के पिपरी स्थित प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय पहुंचेंगी और उसका लोकार्पण करेंगी। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इसका शिलान्यास किया था।
महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय भी जाएंगी राष्ट्रपति
राष्ट्रपति 1 जुलाई को ही महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय भी जा सकती हैं। यहां एक परियोजना का लोकार्पण व एक का परियोजना शिलान्यास करेंगी। छात्र-छात्राओं के लिए यहां स्टेडियम बनाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के बाद राष्ट्रपति के वापस लौट जाने की संभावना है।
राष्ट्रपति के गोरखपुर आगमन को लेकर प्रशासन, पुलिस, नगर निगम और जीडीए समेत सभी संबंधित विभाग तैयारी में जुट गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार की शाम गोरखनाथ मंदिर में अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की और आयोजन को भव्य बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि तैयारी में किसी भी तरह की चूक नहीं होनी चाहिए।
अब तक पांच राष्ट्रपति आ चुके हैं गोरखपुर
गोरखपुर में अब तक पांच राष्ट्रपति आ चुके हैं। इनमें देश के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद, दूसरे राष्ट्रपति सर्वपल्ली डा. राधाकृष्णन, 11वें राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम, 12वीं राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल और 14वें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का नाम शामिल है। पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम गोरखपुर विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति प्रो.रेवती रमण पांडेय के बुलावे पर गोरखपुर आए थे।
उन्होंने विश्वविद्यालय के दीक्षा भवन में छात्रों और शिक्षकों से ‘विजन 2020 पर सीधा संवाद किया था। कार्यक्रम के दौरान ही उन्होंने संतकबीर की निर्वाण स्थली मगहर जाने की इच्छा जताई। प्रशासन ने आनन-फानन उनके वहां जाने की व्यवस्था की थी। कार्यकाल समाप्ति के बाद फरवरी 2011 में डा.कलाम एक बार फिर गोरखपुर आए। तब गोरखनाथ क्षेत्र स्थित सेंट जोसेफ हाई स्कूल में गोरखपुर-बस्ती मंडल के छात्र-छात्राओं से उन्होंने ‘विज्ञान और प्रकृति’ के संरक्षण विषय पर संवाद किया था।
इसी तरह पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल, मार्च 2009 में वायुसेना केंद्र गोरखपुर में 105 हेलिकॉप्टर यूनिट और 108 स्क्वाड्रन को ‘प्रेसिडेंशियल स्टैण्ड्डर्स सम्मान देने आई थीं। इसी कड़ी में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तीन बार गोरखपुर आ चुके हैं।
वह पहली बार 9 दिसंबर 2018 को महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद का संस्थापक सप्ताह समारोह, दूसरी बार 28 अगस्त 2021 को आयुष विश्वविद्यालय का शिलान्यास और गोरखनाथ विश्वविद्यालय के उद्घाटन और तीसरी बार 4 जून 2022 को गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समारोह के शुभारंभ अवसर पर गोरखपुर आए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु गोरखपुर आने वाली छठीं राष्ट्रपति होंगी।