ताजमहल में हीट वेव से शनिवार को पर्यटक गश खाकर गिर पड़ा। आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग की टीम पीड़ित पर्यटक को स्ट्रेचर पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) के कर्मचारियों और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) के जवानों के सहयोग से ताजमहल स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) लेकर आई। चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार दिया। इसके बाद उसे पूर्वी गेट के बाहर खड़ी एंबूलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया।
ताजमहल में शनिवार को हीट वेव के शिकार हुए पर्यटकों को बचाने के लिए की गई माक ड्रिल में यही नजारा रहा। व्हीलचेयर और स्ट्रेचर पर बीमार पर्यटक को लेकर जाते सीआइएसएफ जवान ””सामने से हटो”” की आवाज लगाते हुए चल रहे थे। सीएमओ डा. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि, शहर में इन दिनों अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। लू चल रही है। ऐसे में पर्यटकों, सीआइएसएफ के जवानों, एएसआइ के कर्मचारियों, गाइड व फोटोग्राफरों को जागरूक करने के लिए माक ड्रिल की गई है।
ताजमहल स्थित डिस्पेंसरी को अपग्रेड करके पीएचसी में तब्दील किया गया है। शीघ्र ही यहां टेलीमेडिसिन सेवाएं शुरू की जाएंगी। एसीएमओ डा. सुरेंद्र मोहन प्रजापति ने बताया कि, पीएचसी में एमबीबीएस डाक्टर, फार्मासिस्ट और दो प्रशिक्षित स्टाफ हमेशा तैनात रहते हैं।
यहां आक्सीजन कंसंट्रेटर, आक्सीजन सिलेंडर, पल्स मानीटर, ईसीजी मशीन व प्राथमिक उपचार को दवाएं उपलब्ध हैं। मरीज काे उच्च उपचार की आवश्यकता महसूस होने पर तुरंत एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबूलेंस से जिला अस्पताल या एसएन मेडिकल कालेज रेफर किया जाता है। माक ड्रिल में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला परियोजना प्रबंधक कुलदीप भारद्वाज, अनिल सत्संगी, डिप्टी कमांडेंट सीआइएसएफ राकेश शुक्ला, संरक्षक सहायक सतीश कुमार, रवि मिश्रा, तनुज दत्त शर्मा आदि मौजूद रहे।
हीट वेव की चपेट में आने के लक्षण
- शरीर का तापमान बढ़ना व पसीना आना।
- सिरदर्द होना या सिर में भारीपन महसूस होना।
- त्वचा का सूखा एवं लाल होना।
- उल्टी-दस्त होना।
- बेहोश हो जाना।
- मांसपेशियों में ऐंठन।
हीट वेव की स्थिति में प्राथमिक उपचार
- पीड़ित को ठंडे व छायादार स्थान पर ले जाएं।
- व्यक्ति को पैर ऊपर रखकर सुला दें।
- यदि पीड़ित बेहोश नहीं हो तो उसे ठंडा पानी पिलाएंं।
- पंखे से शरीर पर हवा डालें।
- शरीर के ऊपर पानी का स्प्रे करें।
- नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाएं।
- धूप से बचाव को यह करें
- शरीर को पूरी तरह ढकने वाले सूती कपड़े पहनें।
- सिर को टोपी, गमछा, छाता आदि से ढकें।
- लगातार धूप में नहीं रहें।
- पानी की बोतल साथ रखें।